उदाहरण से समझे निवेश का गणित वर्ष 2020 में जब कोरोना की पहली लहराई और भारत में बड़े पैमाने पर प्रतिबंध शुरू हुआ तो मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स फरवरी 2020 में 4723 से गिरकर मार्च 2020 में 26000 के करीब पहुंच गया। इसका फायदा नए निवेशकों के रूप में लोगों ने उठाया। हालांकि, उस समय अगर किसी नौसिखिया ने भी बाजार में पैसा लगाया होता तो वह आज 100 फ़ीसदी के मुनाफे पर होता। लेकिन लालच ने ज्यादातर निवेशकों को इस फायदे पर पानी फेर दिया यही वह समय होता है जहां पर आपको चतुराई दिखाने की जरूरत होती है।
भेड़ चाल से लग सकती है चपत एक सफल निवेशक कभी भी भेड़ चाल नहीं चलता यानी जब किसी एक ही दिशा में सब लोग जा रहे हो तो आप उसकी नकल न करें। इसके बजाय आप अपने विवेक और अध्ययन से ठीक उस दिशा में निवेश करें। जहां, पर शेयर या सेक्टर या बाजार आपको सही लगता है। ऐसा दो हजार अट्ठारह में हो चुका है बाजार की तेजी में उस समय लोगों ने एक ही दिशा में निवेश किया और बाद में भारी मंदी ने सभी को चपेट में ले।