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लखनऊ में दो चर्चित मामलों में आज होगी सुनवाई, आईपीएस अरविंद सेन कोर्ट में कर सकते हैं सरेंडर

locationलखनऊPublished: Jan 27, 2021 11:42:19 am

Submitted by:

Neeraj Patel

– फरार आइपीएस की संपत्ति का नहीं मिल रहा ब्योरा

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच बुधवार को दो चर्चित मामलों में अहम सुनवाई करेगी। फरार आइपीएस अरविंद सेन बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर सकते हैं। अरविंद सेन ने न्यायालय में आत्मसमर्पण की अर्जी दी है, जिसकी सुनवाई आज होनी है। अरविंद सेन पर इनाम घोषित किया जा चुका है और पुलिस उनकी संपत्ति की कुर्की की तैयारी कर रही है। भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं पर अशोभनीय टिप्पणी करने के आरोपित बसपा के तत्कालीन महासचिव और नसीमुद्दीन सिद्दीक और पूर्व अध्यक्ष रामअचल राजभर की जमानत अर्जी पर भी बुधवार को सुनवाई की जानी है।

एमपीएमएलए कोर्ट के विशेष जज पवन कुमार राय दोनों की अर्जी पर बुधवार को फैसला सुनाएंगे। दोनों आरोपितों को कोर्ट ने भगौड़ा घोषित किया था और उनकी संपत्ति की कुर्की के आदेश दिए थे। कुर्की का आदेश जारी होने के बाद दोनों आरोपितों ने न्यायालय में समर्पण किया था, जिसके बाद कोर्ट ने दोनों को जेल भेज दिया था।

आरोपित ने कुर्की से बचने के लिए सरेंडर की अर्जी दी है। अरविंद सेन को 23 जनवरी तक कोर्ट में हाजिर होने का समय दिया गया था। कुर्की का नोटिस जारी होने के बावजूद अरविंद सेन उपस्थित नहीं हुए। पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़े के मामले में अरविंद सेन आरोपित हैं। तत्कालीन सीबीसीआइडी के पद पर रहते हुए अरविंद सेन ने इंदौर के व्यापारी को धमकाया था और टेंडर की जांच होने की बात कही थी। इसके लिए अरविंद सेन को आरोपितों ने मोटी रकम भी दी थी।

संपत्ति का नहीं मिल रहा ब्योरा

क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में फरार चल रहे महोबा के पूर्व एसपी आइपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच कर रही टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आइपीएस के फरार होने के कारण विजिलेंस टीम संपत्ति का ब्योरा नहीं जुटा पा रही है। आयकर विभाग से भी आरोपित के बारे में जानकारी मांगी गई है। पुलिस ने आरोपित के बैंक खातों का ब्योरा निकलवाया, लेकिन उसकी अन्य संपत्ति का हिसाब नहीं मिल सका है। विजिलेंस सूत्रों ने बताया कि मणिलाल के फरार होने की वजह से संपत्तियों का ब्योरा जुटाना मुश्किल हो रहा है। मणिलाल के पकड़े जाने के बाद जब उससे फॉर्म एक से छह तक भरवाए जाएंगे, तब संपत्ति का ब्योरा पता लगने की उम्मीद है।

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