ट्यूटोरियल नाम से आयोजित होगी कार्यशाला इंडियन सोसाइटी ऑफ हिमैटोलॉजी एंड ब्लड ट्रांसफ्यूजन – यूरोपियन हिमैटोलॉजी सोसाइटी ट्यूटोरियल 2018 नाम से तीन दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत 16 फरवरी से होने जा रही है। डॉक्टर त्रिपाठी ने बताया कि आज चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में इतनी प्रगति हो चुकी है कि किसी के लिए भी ब्लड कैंसर का प्रबंधन और उसके इलाज से जुडी सभी जानकारियां पूरी तरह से रख पाना व्यवहारिक रूप से संभव नहीं है। इस बात को ध्यान में रखते हुए ऐसे कार्यक्रमों की जरूरत बनी रहती है। तीन दिनों के इस कार्यक्रम को ट्यूटोरियल का नाम दिया गया है।
50 चिकित्सकों को मिलेगा फेलोशिप डॉक्टर त्रिपाठी ने बताया कि हिमैटोलॉजी चिकित्सा विज्ञान का एक नव विकसित क्षेत्र है और भारत व भारतीय उप महाद्वीप में इसके विशेषज्ञों की काफी कमी है। ऐसे में चिकित्सा के विद्यार्थियों और चिकित्सकों में रक्त कैंसर के प्रति अभिरुचि पैदा करने में भी यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। चिकित्सकों और शोधार्थियों को प्रेरित करने के लिए सोसाइटी ने 50 चिकित्सकों को फेलोशिप भी प्रदान की है जो इस ट्यूटोरियल में हिस्सा लेने आ रहे हैं ।