यूपी एटीएस आईजी असीम अरुण ने बताया कि 6 अगस्त 2017 को अंसारुल्ला बांग्ला टीम के आतंकी बांग्लादेशी अब्दुल्लाह अल मामून पुत्र रहीसुद्दीन को मुजफ्फरनगर के कुटेसरा क्षेत्र से एटीएस ने गिरफ्तार किया था। अब्दुल्ला ने पूछताछ में अपने कई साथियों के नाम का खुलासा भी किया था। जिनकी तलाश में 12 सितंबर को देवबंद स्थित कई मदरसों में पूछताछ की गई। इसके बाद सूचना मिली कि एक मदरसे से 3 लड़के जिसमें एक अध्यापक और उसके दो सगे भाई गायब हैं। इसके बाद इनकी तालाश में एटीएस की टीमें जुट गई। बुधवार को गुप्त सूचना के आधार पर इनकी लोकेश चारबाग रेलवे स्टेशन पर पता चली। जहां लखनऊ रेलवे स्टेशन पर हावड़ा अमृतसर एक्सप्रेस से तीनों को उतार कर पूछताछ की गई। इन लोगों ने स्वयं को बंगलादेशी और भारत में अवैध निवासी होने की बात स्वीकारी।
फर्जी पहचान पत्र बरामद
मोहम्मद इमरान, रजीदुद्दीन, मो. फिरदौस के पास से नकली आधार कार्ड बरामद हुआ है, जो कि गलत नाम पते से बनवाया गया था। एटीएस ने देश में अवैध रूप से रहने और फर्जी पहचान तैयार करने के आरोप में तीनों को गिफ्तार किया है। फिलहाल कोर्ट में पेश कर पुलिस कस्टडी रिमांड की मांग की गई है। वहीं इन्हें रिमांड पर ले कर अचानक देवबंद छोड कर भागने और किसी आतंकी समूह से संबंध होने को लेकर पूछताछ होगी।