इस वजह से चुना लखनऊ शनिवार देर रात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और जितिन प्रसाद ने नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान राहुल गांधी ने उनके समक्ष चुनाव लड़ने के लिए धौरहरा और लखनऊ से सीटों से दो विकल्प रखे। लेकिन 2017 में अपनी पारंपरिक सीट धौरहरा से विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद जितिन प्रसाद ने लखनऊ से चुनाव लड़ने का मन बनाया है। हालांकि, माना जा रहा है कि लखनऊ से परिणाम पक्ष में न आने पर पार्टी उन्हें राज्यसभा भेजने पर विचार कर सकती है।
जितिन प्रसाद को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी अच्छा दोस्त माना जाता है, जिन्होंने 2017 विधानसभा चुनाव में उनके लिए प्रचार किया था। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर लखनऊ से जितिन प्रसाद चुनाव लड़ते हैं, तो एसपी उनके खिलाफ किसी हल्के उम्मीदवार को उतार सकती है।