मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मुनादी कार्यक्रम शुरू हो गया है। मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार मिले, इसके लिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मुनादी कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत लोगों को मनरेगा में काम के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि आप गांव में ही रहकर पैसा कमा सकते हैं। कन्नौज की ग्राम पंचायत जलालाबाद, अलीनगर, खुदलापुर और गढ़ियाकछपुरा में मुनादी कर लोगों को जागरूक किया गया। इसके अलावा लखनऊ और बहराइच के कई विकासखंडों में मुनादी कार्यक्रम चलाया गया। जल्द ही उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में मुनादी कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
धीरे-धीरे मजदूरों ने फिर से दूसरे राज्यों में लौटना शुरू कर दिया है। इसके लिए उद्योगों और फैक्ट्री मालिकों द्वारा बसें या फिर रेल टिकट भेजी जा रही हैं। राज्य सरकार अब यह पता लगाना चाहती है कि लॉकडाउन अवधि में वापस लौटे कितने श्रमिक व मजदूर अब तक वापस जा चुके हैं और इनमें से कितने वापस नहीं जाना चाहते हैं। अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार ने इसके लिए हर जिलों से घर-घर सर्वे कराते हुए आंकड़ा एकत्र करने को कहा है।
मजदूरों के खाते में पहुंचा है पैसा
मनरेगा योजना के तहत गांव में काम करने वाले मजदूरों को 201 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से सीधे उनके खाते में पैसे ट्रांसफर किये जाते हैं। इस तरह से एक मजदूर परिवार सालाना 20,100 रुपये कमा सकते हैं। ध्यान रखने की बात है 100 दिन के रोजगार की गारंटी एक परिवार की है न कि एक व्यक्ति की। अगर एक ही परिवार के दो लोग मनरेगा में काम करते हैं तो दोनों के मिलाकर 100 दिन माने जाएंगे।
बयान
मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार मिले। इसके लिए गांवों में मुनादी करवाई जाए, ताकि रोजगार की तलाश कर रहे लोगों को काम मिल सके। योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री उप्र