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कमलेश के नाम पर बदलेगा खुर्शीद बाग का नाम, मृतक के परिजनों ने मुख्यमंत्री के सामने रखीं यह 11 मांगें

locationलखनऊPublished: Oct 20, 2019 02:35:42 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

– पीड़ित परिवार ने सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर की मुलाकात
– सीएम के समक्ष रखीं 11 मांगें

कमलेश के नाम पर बदलेगा खुर्शेद बाग का नाम, मृतक के परिजनों ने मुख्यमंत्री के सामने रखीं यह 11 मांगें

कमलेश के नाम पर बदलेगा खुर्शेद बाग का नाम, मृतक के परिजनों ने मुख्यमंत्री के सामने रखीं यह 11 मांगें

लखनऊ. हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) की हत्या के बाद विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। अब तक हत्या के तीन आरोपितों की गिरफ्तारी के बावजूद लोगों का गुस्सा चरम पर है। लोग योगी सरकार के साथ-साथ यूपी पुलिस की क्षमताओं पर भी सवाल उठा रहे हैं। रविवार को मृतक कमलेश तिवारी के परिजनों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे के डीजीपी ओपी सिंह (DGP OP Singh) को मुख्यमंत्री आवास पर तलब किया। पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ (CM Yogi Adityanath) के सामने 11 मांगे रखी हैं। कमलेश की पत्नी किरण तिवारी ने कहा कि उन्हें न्याय का आश्वासन दिया गया है।
कमलेश की मूर्ति लगवाने की मांग

कमलेश तिवारी की मां कुसुमा देवी, पत्नी किरण देवी और पुत्र सत्यम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की। उन्होंने 11 मांगों का एक पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा। पीड़ित परिवार की मांग है कि लखनऊ में कमलेश तिवारी की प्रतिमा लगाई जाए। वहीं, खुर्शीद बाग का नाम बदलकर कमलेश बाग रखा जाए। इस तरह कुल 11 मांगों का एक पत्र उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा। सीएम योगी से मुलाकात के बाद पुलिस की टीम पीड़ित परिवार को लेकर सीतापुर रवाना हो गई।
मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन

कमलेश तिवारी की पत्नी किरण ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें न्याय का आश्वासन दिया है। साथ ही हत्यारों को सजा भी दिलाए जाने की बात कही। वहीं, हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महासचिव राजेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष 11 मांगें रखी थीं, जो पूरी हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है। परिवार के साथ पुलिस ने जो अभद्रता की थी, उसकी शिकायत की गई। एएसपी और एडीएम को जांच के निर्देश मिले हैं।
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इससे पहले शनिवार को डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही थी। उन्होंने ये भी कहा कि यूपी पुलिस गुजरात और महााष्ट्र एटीएस से संपर्क में है। हर पहलू पर जांच कर विवेचना को आगे बढ़ाया जा रहा है।
परिवार के सदस्य को दिया जाए शस्त्र लाइसेंस

परिवार की कुछ मांगे थीं, जिनसे प्रशासन सहमत है। पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा एसआईटी या एनआईए से जांच की बात को भी स्वीकार कर लिया गया है। आईजी स्तर के अधिकारी के अधीन जांच कराई जाएगी। कमलेश के बड़े बेटे सत्यम को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग पर भी अनुशंसा की जाएगी। परिवार का जो भी सदस्य सुरक्षा के लिए आवेदन करेगा, उसे शस्त्र लाइसेंस दिया जाएगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार 18 अक्टूबर को कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई। डीजीपी के मुताबिक, उनकी हत्या का कारण 2015 में दिए गए भड़काई भाषण को बताया गया है। 2015 में कमलेश तिवारी ने पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान था जिसपर काफी विवाद हुआ था। इस मामले में कमलेश तिवारी को गिरफ्तार भी किया गया था। तब उनपर रासुका के तहत कार्रवाई हुई थी और वे जमानत पर बाहर चल रहे थे। लेकिन कमलेश के बयान से आहत मौलाना अनावरुल हक ने उसकी हत्या कर 51 लाख का इनाम घोषित किया था।
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