इस तरह पहुंचे कमलेश तिवरी के घर पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि चारबाग रेलवे स्टेशन से कमलेश के घर का पता पूछते हुए दोनों हत्यारे गणेशगंज पहुंचे थे। दोनों हत्यारों की लोकेशन हरदोई से मुरादाबाद होते हुए गाजियाबाद में मिली है। कहा जा रहा है कि हत्यारों ने गूगल की मदद से कमलेश तिवारी की जानकारी जुटाई। गूगल मैप से कमलेश तिवारी की लोकेशन तलाश कर हत्यारे खुर्शेदबाग पहुंचे। वहीं हत्यारों का सुराग लगाने के लिए पुलिस ने 3 मोबाइल नंबर खंगाले है। 17 अक्टूबर को एक्टीवेट हुआ मोबाइल नंबर राजस्थान का निकला है। पुलिस ने ये भी दावा किया है कि वारदात के एक दिन पहले रात करीब साढ़े 12 बजे कमलेश को कॉल की गई थी। पड़ताल करने पर पता चला है कि ये मोबाइल कानपुर देहात के टैक्सी चालक का है।
दुबई से रची गई थी साजिश कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश दुबई में रची गई थी। यह खुलासा गुजरात एटीएस ने किया है जिसका कहना है कि कमलेश तिवारी की हत्या के लिए सूरत से पिस्टल खरीदी गई थी। साथ ही साजिश रचने के बाद कमलेश तिवारी की हत्या करने के लिए एक शख्स दो महीने पहले ही दुबई से भारत आया था। गुजरात एटीएस ने बताया कि उसी शख्स दो महीने पहले ही दुबई से भारत आया था। गुजरात एटीएस ने बताया कि उसी शख्स ने दो लोगों को तैयार किया। वहीं सूरत से मिठाई खरीदने वाले दोनों लोग शूटर थे।