छवि को धूमिल करने वालों की खैर नहीं बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय का कहना है कि रानी झांसी की शौर्य गाथाएं विश्व प्रसिद्ध हैं। वह सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की दीपशिखा रही हैं। उनकी इस छवि को धूमिल करने की फिल्मकार की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस फिल्म के प्रदर्शन को रोकने की हर संभव कोशिश की जाएगी।
फिल्ममेकर को सिखाया जाना चाहिए सबक प्रमुख समाजसेवी और अभिवक्ता अशोक गुप्ता ने रानी झांसी के चरित्र के ऐसे फिल्मांकन पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि आखिर ये फ़िल्म बनाने वाले चाहते क्या हैं? क्या ये कानून से ऊपर हैं? अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर स्वच्छंदता अपनाकर ऐसे कार्य करने वालों को हर हाल में सबक सिखाया जाना चाहिए।
वीर गाथा को प्रकट करती है फिल्म बता दें कि ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ फिल्म की ज्यादातर शूटिंग राजस्थान में ही हो रही है । जयपुर के बाद कंगना जोधपुर में शूटिंग कर रही हैं और जल्द ही बीकानेर में भी शुरू करने वाली है। फिल्म में कंगना रनोट के अलावा सोनू सूद, सुरेश ओबरॉय, डैनी और टीवी एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे अहम किरदार निभा रही हैं। यह फिल्म रानी लक्ष्मी बाई की वीर गाथा को प्रकट करती है।