ट्रामा सेंटर में लखनऊ व आसपास के जिलों से प्रतिदिन लगभग 500 मरीज आते हैं। कई बार मरीज के पहुंचने पर बताया जाता है कि बेड खाली नहीं है और उसे भर्ती नहीं किया जाता। मरीजों के परिजनों को लगता है कि अस्पताल में बेड खाली हैं पर डॉक्टरों ने उन्हें गलत जानकारी दी। जिसके बाद डॉक्टरों का आरोप झेलने पड़ते हैं लेकिन अब इस समस्या से निजात मिल जाएगी। आईसीयू, वेंटीलेटर व अन्य विभाग के एक-एक बेड की जानकारी स्क्रीन पर उपलब्ध कराई जाएगी। स्क्रीन पर दिन भर खाली और फुल बेड की सूची प्रदर्शित की जाएगी। ट्रामा सेंटर के सीएमएस डॉ संदीप तिवारी ने बताया कि यहां हॉस्पिटल की सुविधा शुरू हो गई है इसके तहत भर्ती होने वाले मरीजों का बेड का विवरण ऑनलाइन किया गया है। सभी विभागों के वार्ड में खाली बेड का ब्यौरा संस्थान के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। यह सूचना पोर्टल पर अपलोड होने के बाद ट्रामा सेंटर के ग्राउंड फ्लोर पर लगी स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी जिससे लोगों को बेड के खाली होने व न होने की जानकारी मिल जाएगी।