दरअसल राज्य सरकार स्पोर्ट्स हॉस्टलों और स्पोर्ट्स कॉलेजों के जरिए खिलाड़ियों की सहायता करती है। नए ट्रस्ट के जरिए प्रदेश के हर खिलाड़ी की आर्थिक सहायता की जाएगी। ट्रस्ट के कोष के लिए विभिन्न माध्यमों से पैसा इकट्ठा किया जा रहा है। सरकार भी हर साल कोष में कुछ पैसे जमा करेगी। खिलाड़ियों को आर्थिक मदद लेने के लिए सरकार द्वारा गठित किए गए ट्रस्ट में आवेदन करना होगा। गठित कमेटी इन आवेदनों पर विचार करके मदद के लिए सिफारिश करेगी। कमेटी में चार या पांच लोग होगे। ये खेल विभाग, शासन और खेल संघ से जुड़े होंगे। एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को भी शामिल किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें – गरीबों के लिए याेगी सरकार शुरू कर रही है नई योजना, सस्ते में मिलेंगे शादी-विवाह घर
जरूरतमंद खिलाड़ियों को मिलेगी आर्थिक मदद
बता दें कि राज्य में खेल विकास अभियान के तहत सरकार ने खिलाड़ियों के कल्याण के लिए ट्रस्ट बनाने का फैसला लिया है। ट्रस्ट के पंजीकरण के स्टॉम्प पेपर तैयार हो गए है। रजिस्ट्रेशन पूरा होने पर ट्रस्ट का मकसद और काम करने का तरीका तैयार किया जाएगा। ट्रस्ट बनते ही गरीब और जरूरतमंद खिलाड़ियों की आर्थिक सहायता की जाएगी। खिलाड़ी को विदेश में ट्रेनिंग की व्यवस्था और चोटिल खिलाड़ियों के इलाज के लिए मदद की जाएगी। ट्रस्ट का काम स्पोर्ट्स खेलने वालों के लिए स्पॉन्सर भी ढूढंना होगा।