प्रदेश के किसान की आय दोगुनी करके अच्छे दिन लाने का लक्ष्य साधने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद गंभीर है। इसी क्रम में रविवार को मुख्यमंत्री कार्यालय लोक भवन में किसान पाठशाला का आयोजन किया गया। लोकभवन के सभागार में पाठशाला का उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों की मेहनत को सरकार बेकार नहीं जाने देगी। हम तो आपदा में भी आप सभी के साथ खड़े हैं। आपको फसल का उचित दाम दिलाना हमारा काम है। देश के अन्नदाता को खुश रखना ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता है।
कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में कभी ऐसा समय भी था कि यहां का किसान पलायन कर रहा था। हरियाणा, दिल्ली और पंजाब के साथ ही उत्तराखंड जा रहा था। हमारी सरकार ने किसानों का पलायन रोका है। जो किसान कृषि से पलायन करने को मजबूर था वो आज रिकॉर्ड उत्पादन कर रहा है। दो वर्ष पहले इसी उत्तर प्रदेश में किसान सरकारी उपेक्षा के साथ उदासीनता के कारण कृषि से पलायन करने पर मजबूर था। आज वही हमारा अन्नदाता किसान अपने परिश्रम से प्रदेश की धरती पर सोना उगलने का कार्य कर रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की कोई भी चीनी मिल बंद नहीं होंगी। यह हमारे किसानों की आय का साधन है। उन्होंने कहा कि यहां 2011 से गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं हुआ था। हमने प्रदेश के गन्ना किसानों को 68,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि किसान पाठशाला में प्रदेश के सभी जनपदों के लगभग पंद्रह हजार कृषि केंद्रों पर किसानों की आय को दोगुना करनेके लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के किसानों को किसान पाठशाला के माध्यम से खेती के विविधीकरण व उन्नत तकनीक की जानकारी देने के उद्देश्य से किसान पाठशाला आयोजन किया गया है। हमने प्रदेश के दो करोड़ 33 लाख किसान का डाटा बैंक को तैयार करने के साथ ही केंद्र की योजनाओं को लागू करने का कार्यक्रम तैयार किया। 2017 में जब किसानों ने हमारे हाथों में बागडोर सौंपी तो किसान हमारे एजेंडे में था। केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद कि योजनाओं को भी यहां लागू नहीं किया गया। लंबे समय तक इसका खमियाजा हमारे किसानों को भुगतना पड़ा। इस योजना के तहत किसानों को खेती के नए तरीके बताए जाएंगे। अभी तक चलाए गए 3 संस्करणों में से प्रत्येक सस्करण में सभी 75 जनपदों में 15 हजार से भी अधिक कार्यशालाओ की मदद से 10 लाख से भी अधिक किसानों के प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाएं किसानों तक ईमानदारी से पहुंचे, इसके लिए जागरूकता जरूरी है।