वर्ष 2015 में सेबी ने शहरी निकायों के लिए म्युनिसिपल बॉन्ड जारी करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किये थे। निर्देशों के मुताबिक, जिन नगर निगमों का नेटवर्थ लगातार पिछले तीन वित्त वर्ष तक निगेटिव नहीं रहा हो और न ही वह बीते वर्ष में डिफाल्टर रहे हैं। ऐसे नगर निगम अपना बॉन्ड जारी कर सकते हैं।
शेयर मार्केट में सूचीबद्ध होने के बाद एक्सचेंज के जरिए आम क्या खास कोई भी निवेश कर सकता है। म्युनिसिपल बॉण्ड काफी सुरक्षित माने जाते हैं और इन पर भी ब्याज दर अच्छी मिल जाती है। जानकारी के मुताबिक, लखनऊ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन बॉण्ड की परिपक्वता अवधि (मैच्योरिटी) 10 वर्ष है। मतलब आपको इसमें कम से कम 10 वर्ष के लिए निवेश करना होगा। इस दौरान आपको 8.5 फीसदी की दर वार्षिक ब्याज मिलेगा। बॉन्ड पर मिल रहा रिटर्न पूरी तरह से आयकर मुक्त होता है।