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भयानक गर्मी से बचने के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी, जानिये आख़िर क्या है रेड, ग्रीन, येलो अलर्ट

locationलखनऊPublished: May 30, 2019 11:35:05 am

– राजधानी में गर्मी का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
– गर्मी के कारण यहां का तापमान 47 तक पहुंच चुका है।

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भयानक गरमी से बचने के लिए आरेंज अलर्ट जारी, जानिये आख़िर क्या है रेड, ग्रीन, येलो अलर्ट

लखनऊ. राजधानी में गर्मी का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। गर्मी के कारण यहां का तापमान 47 तक पहुंच चुका है। भीषण गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, चंड़ीगढ़, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान समेत कई इलाकों में चेतावनी जारी की है। साथ ही यह भी जानकारी दी गई कि अगले 3-4 दिन में बारिश के कोई आसार नहीं हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने लू के प्रकोप को देखते हुए अगले तीन दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बता दें कि मौसम विभाग हर मौसम में लोगों को सचेत करने के लिए चुनिंदा रंगों का अलर्ट जारी करता है। जैसे ग्रीन, येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट। इन अलर्ट के खास मायने हैं। आइए जानें किस अलर्ट का क्या मतलब होता है…

ग्रीन अलर्ट

यह कोई खास अलर्ट नहीं है, बल्कि इससे यह जानकारी दी जाती है कि मौसम सामान्य है और अभी मौसम से कोई भयानक स्थिति पैदा नहीं हो रही है।

येलो अलर्ट

येलो अलर्ट वह अलर्ट है जो खराब मौसम के आने का संकेत देता है। यह किसी भी खराब मौसम में आगामी दिक्कतों को लेकर सचेत करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। येलो अलर्ट में लोगों को आगे के लिए सचेत किया जाता है और बताया जाता है कि कोई भी दिक्कत आ सकती है।

ऑरेंज अलर्ट

औरेंज अलर्ट येलो अलर्ट से आगे का कदम है। इस अलर्ट के अनुसार जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है तो ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है। इसमें लोगों को इधर-उधर जाने से पहले सावधानी बरतने को कहा जाता है। जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है तो येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है।

रेड अलर्ट

रेड अलर्ट का मतलब होता है बेदह खतरनाक स्थिति। जब मौसम के ज्यादा खराब होने की संभावना रहती है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है। इसमें भारी नुकसान होने की संभावना के बारे में बताया जाता है।

गर्मी से बचने के लिये क्या करें

– धूप से बचने के लिये पूरे कपड़े और छाते का इस्तेमाल करें
– पेय पदार्थ का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें
– ठंडी तासीर वाली वस्तुएं का उपयोग करें
– ताजा और सुपाच्य भोजन खाएं
– शारीरिक श्रम कम करें
– नींद पूरी करें

लू लगने पर क्या करें

– लू लगने पर तत्काल योग्य डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
– बुखार तेज होने पर रोगी को ठंडी खुली हवा में आराम करवाएं
– बुखार होने पर मरीज के सिर पर बर्फ की पट्टी रखें।
– रोगी को प्याज का रस शहद में मिलाकर दें।
– प्यास लगने पर नींबू के रस में मिट्टी के घड़े अथवा सुराही के पानी का सेवन करें।
– लू लगने पर बर्फ का पानी नहीं पिलाना चाहिए क्योंकि इससे लाभ के बजाए हानि हो सकती है।
– चाय-कॉफी आदि गर्म पेय का सेवन अत्यंत कम कर देना चाहिए।
– कैरी का पना पीना चाहिये।
– कच्चे आम को गरम राख पर मंद आँच वाले अंगारे में भुनकर, ठंडा होने पर उसका गूदा निकालकर उसमें पानी मिलाकर मसल कर इसमें जीरा, धनिया, शकर, नमक, कालीमिर्च डालकर पना बना कर पियें
– जौ का आटा व पिसा प्याज मिलाकर शरीर पर लेप करें

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