शादी के एक दिन पहले ही वेडिंग इंश्योरेंस लिया जा सकता है। इसकी कवरेज संगीत, मेहंदी जैसी रस्म शुरू होने के 24 घंटे पहले शुरू हो जाती है। विशेषज्ञों की राय है कि समारोह शुरू होने से 15 दिन पहले पॉलिसी लेनी चाहिए। वेडिंग इंश्योरेंस पॉलिसी को शादी-समारोह आयोजित करने वाले ऑर्गेनाइजर, दूल्हा, दुल्हन या उनके परिवार का कोई भी सदस्य ले सकता है।
वेडिंग इंश्योरेंस में व्यक्तिगत दुर्घटना, कार्यक्रम रद्द होना या उसमें व्यवधान आना, समारोह वाली जगह पर किसी तरह का नुकसान जैसी चीजें शामिल होती हैं। राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर निवासी बीमा एंजेंट गोविंद प्रकाश कहते हैं पॉलिसी लेते समय ध्यान रखें कि आप बीमाकर्ता को सभी तथ्यों की स्पष्ट जानकारी दें, नहीं तो क्लेम पास होने में दिक्कत हो जाएगी। इनमें शादी में कौन-कौन शामिल होगा, कितने लोग आएंगे, निमंत्रण पत्र की कॉपी, शादी की जगह इनडोर है या आउटडोर, शादी का समय, यह सब बताना जरूरी होता है। अगर शादी की जगह बदलती है तो उसकी सूचना भी देनी पड़ेगी।
इंश्योरेंस कंपनी को यह भी बताना होगा कि शादी वाली जगह के डेकोरेशन, स्टेज, ज्वैलरी आदि पर कितना खर्च आया है। इन सबके हिसाब से ही बीमे की रकम तय होगी। बीमे की प्रीमियम आपके द्वारा लिए गये सम एश्योर्ड राशि का 0.7 फीसदी से लेकर 2 फीसदी तक ही लगता है। जैसे कि अगर आपने 20 लाख वेडिंग इंश्योरेंस लिया है तो आपको 15 हजार से 30 हजार रुपए तक का प्रीमियम देना होता है। क्लेम के लिए आपको जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा करने होंगे।
वेडिंग इंश्योरेंस लेने से पहले इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जो पॉलिसी ले रहे हैं, उसमें क्या-क्या कवर हो रहा है और क्या नहीं? इसके अलावा पॉलिसी लेने से पहले अगल-अलग बीमा कंपनियों की पॉलिसियों की तुलना भी कर लें। इससे आप कम खर्च में बेहतर पॉलिसी ले पाएंगे।