लखनऊ की आकांक्षा सिंह एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती हैं। उनकी शादी आगामी 30 जनवरी को है। आकांक्षा कहती हैं कि उन्होंने जब wedding insurance के बारे में पता चला तो गार्जियन को बताया। इसके बाद सभी वेडिंग इंश्योरेंस के लिए राजी हो गये। वह कहती हैं कि शादी बड़े पैमाने पर हो रही है। इसमें भारी खर्च आने की उम्मीद है। ऐसे में कोई अप्रत्याशित घटना परिजनों को आर्थिक व मानसिक रूप से कमजोर न कर दे, इसके लिए वह बेहतर कंपनी से वेडिंग इंश्योरेंस प्लान की तलाश कर रही हैं। आकांक्षा का कहना है कि वह ऐसा इंश्योरेंस चाहती हैं, जिसमें कम पैसों में अधिक रिस्क कवर हो।
शादी के एक दिन पहले भी लिया जा सकता है Wedding Insurance
शादी के एक दिन पहले ही वेडिंग इंश्योरेंस लिया जा सकता है। इसकी कवरेज संगीत, मेहंदी जैसी रस्म शुरू होने के 24 घंटे पहले शुरू हो जाती है। विशेषज्ञों की राय है कि समारोह शुरू होने से 15 दिन पहले पॉलिसी लेनी चाहिए। वेडिंग इंश्योरेंस पॉलिसी को शादी-समारोह आयोजित करने वाले ऑर्गेनाइजर, दूल्हा, दुल्हन या उनके परिवार का कोई भी सदस्य ले सकता है।
शादी के एक दिन पहले ही वेडिंग इंश्योरेंस लिया जा सकता है। इसकी कवरेज संगीत, मेहंदी जैसी रस्म शुरू होने के 24 घंटे पहले शुरू हो जाती है। विशेषज्ञों की राय है कि समारोह शुरू होने से 15 दिन पहले पॉलिसी लेनी चाहिए। वेडिंग इंश्योरेंस पॉलिसी को शादी-समारोह आयोजित करने वाले ऑर्गेनाइजर, दूल्हा, दुल्हन या उनके परिवार का कोई भी सदस्य ले सकता है।
बीमाकर्ता को बताने होंगे यह तथ्य
वेडिंग इंश्योरेंस में व्यक्तिगत दुर्घटना, कार्यक्रम रद्द होना या उसमें व्यवधान आना, समारोह वाली जगह पर किसी तरह का नुकसान जैसी चीजें शामिल होती हैं। राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर निवासी बीमा एंजेंट गोविंद प्रकाश कहते हैं पॉलिसी लेते समय ध्यान रखें कि आप बीमाकर्ता को सभी तथ्यों की स्पष्ट जानकारी दें, नहीं तो क्लेम पास होने में दिक्कत हो जाएगी। इनमें शादी में कौन-कौन शामिल होगा, कितने लोग आएंगे, निमंत्रण पत्र की कॉपी, शादी की जगह इनडोर है या आउटडोर, शादी का समय, यह सब बताना जरूरी होता है। अगर शादी की जगह बदलती है तो उसकी सूचना भी देनी पड़ेगी।
वेडिंग इंश्योरेंस में व्यक्तिगत दुर्घटना, कार्यक्रम रद्द होना या उसमें व्यवधान आना, समारोह वाली जगह पर किसी तरह का नुकसान जैसी चीजें शामिल होती हैं। राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर निवासी बीमा एंजेंट गोविंद प्रकाश कहते हैं पॉलिसी लेते समय ध्यान रखें कि आप बीमाकर्ता को सभी तथ्यों की स्पष्ट जानकारी दें, नहीं तो क्लेम पास होने में दिक्कत हो जाएगी। इनमें शादी में कौन-कौन शामिल होगा, कितने लोग आएंगे, निमंत्रण पत्र की कॉपी, शादी की जगह इनडोर है या आउटडोर, शादी का समय, यह सब बताना जरूरी होता है। अगर शादी की जगह बदलती है तो उसकी सूचना भी देनी पड़ेगी।
ऐसे तय होगा सम एश्योर्ड
इंश्योरेंस कंपनी को यह भी बताना होगा कि शादी वाली जगह के डेकोरेशन, स्टेज, ज्वैलरी आदि पर कितना खर्च आया है। इन सबके हिसाब से ही बीमे की रकम तय होगी। बीमे की प्रीमियम आपके द्वारा लिए गये सम एश्योर्ड राशि का 0.7 फीसदी से लेकर 2 फीसदी तक ही लगता है। जैसे कि अगर आपने 20 लाख वेडिंग इंश्योरेंस लिया है तो आपको 15 हजार से 30 हजार रुपए तक का प्रीमियम देना होता है। क्लेम के लिए आपको जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा करने होंगे।
इंश्योरेंस कंपनी को यह भी बताना होगा कि शादी वाली जगह के डेकोरेशन, स्टेज, ज्वैलरी आदि पर कितना खर्च आया है। इन सबके हिसाब से ही बीमे की रकम तय होगी। बीमे की प्रीमियम आपके द्वारा लिए गये सम एश्योर्ड राशि का 0.7 फीसदी से लेकर 2 फीसदी तक ही लगता है। जैसे कि अगर आपने 20 लाख वेडिंग इंश्योरेंस लिया है तो आपको 15 हजार से 30 हजार रुपए तक का प्रीमियम देना होता है। क्लेम के लिए आपको जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा करने होंगे।
Wedding Insurance लेने से पहले ध्यान रखें यह बात
वेडिंग इंश्योरेंस लेने से पहले इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जो पॉलिसी ले रहे हैं, उसमें क्या-क्या कवर हो रहा है और क्या नहीं? इसके अलावा पॉलिसी लेने से पहले अगल-अलग बीमा कंपनियों की पॉलिसियों की तुलना भी कर लें। इससे आप कम खर्च में बेहतर पॉलिसी ले पाएंगे।
वेडिंग इंश्योरेंस लेने से पहले इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जो पॉलिसी ले रहे हैं, उसमें क्या-क्या कवर हो रहा है और क्या नहीं? इसके अलावा पॉलिसी लेने से पहले अगल-अलग बीमा कंपनियों की पॉलिसियों की तुलना भी कर लें। इससे आप कम खर्च में बेहतर पॉलिसी ले पाएंगे।