मुख्य शूटर को क्राइम ब्रांच और बंथरा पुलिस टीम ने हरौनी रेलवे स्टेशन के पास से किया है। उसके पास से एक तमंचा, दो जिन्दा कारतूस और एक बाइक भी बरामद हुआ है। पुलिस इससे पहले तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
लखनऊ. राजधानी के बंथरा थाना क्षेत्र में पिछली 6 जून को जमीनी विवाद के चलते हुई कोटेदार अशोक कुमार मौर्य (55) की गोलियों से भूनकर हत्या के मामले में मुख्य शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी बंथरा संजय खरवार ने बताया कानपुर निवासी 12 हजार के ईनामी मुख्य शूटर आदिल को क्राइम ब्रांच और बंथरा पुलिस टीम ने हरौनी रेलवे स्टेशन के पास से किया है। उसके पास से एक तमंचा, दो जिन्दा कारतूस और एक बाइक भी बरामद हुआ है। पुलिस इससे पहले तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
गौरतलब है कि बंथरा थानाक्षेत्र के सिकंदरपुर गांव में रहने वाले अशोक कुमार मौर्य (55) कोटेदार थे। रोज की तरह वह पिछली 6 जून को सुबह अपनी दुकान पर बैठे थे। करीब नौ बजे तीन हमलावर आये और गोलियां दागने लगे। इससे मोहल्ले में भगदड़ मच गई थी। जबतक लोग कुछ समझ पाते हमलावर भाग गए। कोटेदार के कनपटी पर गोली लगी जो भेजे को चीरती हुई पीछे निकल गई थी। इससे वह लहूलुहान होकर अचेत अवस्था में गिर गया था। घरवालों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने कोटेदार को लहूलुहान हालत में अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
इससे पहले भी तीन आरोपी भेजे जा चुके जेल
इससे पहले शूटर जावेद आलम को पुलिस टीम ने बनी के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आरोपी के पास से एक तमंचा और एक कारतूस भी बरामद हुआ था। मुख्य शूटर आदिल फरार था जिसे भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। बता दें जिला पंचायत सदस्य की हत्या जमीन के विवाद में की गई थी। हत्या की कहानी मृतक अशोक के ममेरे भाई शिव विशाल व उसके बेटे अंकुर मौर्या ने रची थी। इसके लिए अंकुर ने अपने साले की मदद से कानपुर के शूटरों से संपर्क साधा था। उन्हें एक लाख रुपये की सुपारी देकर वारदात को अंजाम दिलाया था। मृतक के घरवालों के शक जताने पर पुलिस ने को शिव विशाल और अंकुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो साजिश से पर्दा उठा गया था। पुलिस शिव विशाल और अंकुर को भी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।