राजस्थान सहित देश के कई हिस्सों में वैष्णव संप्रदाय के पुष्टिमार्गीय मतावलंबी भगवान कृष्ण के बालस्वरूप लड्डू गोपाल को परिवार का एक सदस्य मानते हैं. यहां लड्डूगोपाल को भी दिनचर्या के सारे काम करवाए जाते हैं. ऐसे में जब जयपुर की महिलाओं का एक जत्था कुंभ स्नान करने प्रयाग रवाना हुआ तो परिवार के सबसे अहम सदस्य लड्डू गोपाल को कैसे भुलाया जा सकता था।
गंगा में डुबकी लगवाने के बाद लडृडू गोपाल का श्रंगार भी किया गया और भोग भी लगाया गया. जयपुर के मानसरोवर इलाके में रहने वाली अनीता िंसह ने कहा कि हम इन्हें लेकर नहीं आए, बल्कि ये हमें यहां लेकर आए हैं. मंजू भंडारी ने बताया कि उनके परिवार में हर काम की शुरूआत लडृडू गोपाल से होती है. ऐसे में कुंभ स्नान में उन्हें कैसे भूल सकते हैं.
सर्दी से बचने पहनाए उनी कपडे-
अभिषेक श्रीवास्तव
राजनीति, विकास और समसामयिक विषयों में गहरी रुचि। पिछले 18 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। कई राज्यों में काम करने का अनुभव। मल्टीमीडिया वर्किंग। पत्रिका के इंदौर संस्करण के स्थानीय सम्पादक के साथ ही कई महत्वपूर्ण दायित्व निभा चुके हैं।