पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक ( UP Law and order ) राज्य में हर 12 दिन में एक अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारा जाता है। 2017 से अब तक कम से कम 158 इनामी अपराधियों को दिया गया है। इसी अवधि के दौरान 19,999 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। जबकि उनमें से 3,679 अपराधियों ने भागने की कोशिश में उन्हें चोटें आईं। अपराधियों के साथ मुठभेड़ में 13 पुलिस कर्मी शहीद हो गए और 1,245 अन्य घायल हो गए।
डकैत उदय भान यादव उर्फ गौरी यादव, जिसका आतंक मध्य प्रदेश तक भी फैला था। पिछले साल चित्रकूट में एक पुलिस मुठभेड़ के दौरान मारा गया। प्रशांत कुमार ने कहा कि उसके खिलाफ लगभग 18 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से ज्यादातर डकैती और हत्या के प्रयास के थे, उस पर उत्तर प्रदेश से 5 लाख रुपये का इनाम था।
उन्होंने कहा कि एक अन्य अपराधी बलराज भाटी, जिसने 2.5 लाख रुपये का इनाम रखा था और यूपी में कम से कम 20 मामलों में मामला दर्ज किया गया था। जिनमें से ज्यादातर हत्या, जबरन वसूली और हत्या के प्रयास के थे, उसे 2018 में पुलिस के साथ गोलीबारी में मारा गया था। मेरठ क्षेत्र में कम से कम 61 अपराधी मारे गए और आठ पुलिस क्षेत्रों में अधिकतम गिरफ्तारियां (5,795) की गईं।
गोरखपुर पुलिस क्षेत्र में जहां सिर्फ एक मुठभेड़ दर्ज की गई। वहीं लखनऊ पुलिस आयुक्तालय सात मुठभेड़ों में शीर्ष पर रहा। एडीजी ने कहा उत्तर प्रदेश पुलिस ने हमेशा उन सभी माफिया सरगनाओं और अपराधियों को करारा जवाब दिया है। जिन्होंने जानबूझकर पुलिस पर हमला किया है और आगे भी करती रहेगी।