11 सितंबर को नगर मजिस्टे्रट और सचिव एलडीए को इस समबन्ध में प्रार्थना पत्र दिया गया था। सचिव ने अधिशासी अभियंता को निर्देश भी दिये थे कि अवैध निर्माण को गिरा दिया जाए, लेकिन अभियंता ने फोर्स न मिलने की बात कही। धार्मिक स्थल से जुड़े लोगों का आरोप है कि अभियंता की मिलीभगत से ही अवैध निर्माण कराया गया है, इस वजह से कार्रवाई नहीं हो रही है।
एसओ अश्वनी पांडेय ने कहा कि एलडीए को सिर्फ स्थिति से अवगत कराया गया था। मोहर्रम और दुर्गा पूजा के चलते क्षेत्र में पहले सी ही अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया है। फिर भी अगर एलडीए अभी करवाई करना चाहता है तो उसे पुलिस बल मुहैया कराया जाएगा।