प्रदेश के मंडी समिति के महामंत्री इंद्रराज सिंह ने बताया कि जिंदगी में इतना महंगा नींबू न कभी बेचा और न खाया। इस सीजन में 50 से 60 रुपये किलो बिकने वाला नींबू 240 में बिक रहा है। इसकी वजह यहां की फसल में 20 से 25 दिन की देरी है। फिलहाल सारा नींबू आंध्र प्रदेश से आ रहा है। वहीं कानपुर की चकरपुर मंडी के फल कारोबारी विनय राठौर ने बताया कि सेब 95 से 120 रुपये किलो है। बाहर से आने वाला आम 150 रुपये किलो है। अंगूर 60 रुपये किलो है लेकिन नींबू इतरा रहा है।
यह भी पढ़े – कानपुर जिले में भू-माफिया की लिस्ट में पांच ‘भूत’, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान इन देशों से भी महंगा नींबू प्रदेश में नींबू में लगी आग का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि युद्ध से तबाह यूक्रेन और दिवालिया श्रीलंका से भी महंगा नींबू प्रदेश में बिक रहा है। युद्धग्रस्त रूस में एक किलो नींबू आज भी 45 रुपये में है। हमलों से झुलस रहे यूक्रेन में 1.20 डॉलर यानी 94 रुपये में एक किलो नींबू मिल जाएगा। आर्थिक संकट से घिरे पाकिस्तान में एक किलो नींबू 99 रुपये का बिक रहा है। दिवालिया श्रीलंका में एक किलो नींबू भारतीय रुपए में 90 रुपये किलो है।
एक किलो नींबू में सवा दो लीटर पेट्रोल बातचीत की तो बाजार के शिकंजी दुकानदार राजन ने बताया कि महंगे नींबू की वजह से शिकंजी की दो क्वालिटी वाली रखनी पड़ रही हैं। खालिस नींबू की शाही शिकंजी 20 रुपये की है जबकि 15 वाले गिलास में लेमनेड या टाटरी की मिक्सिंग करनी पड़ रही है। हालत यह है कि एक किलो नींबू के एवज में सवा दो लीटर पेट्रोल मिल जाएगा।