इस मौक़े की सबसे ख़ास बात यह रही कि इस conference में कुल 38 स्पीकरों ने शिरकत की। जिसमें से 37 स्पीकर हॉलैड के ही थे। विदेशी स्पीकर के तौर पर एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव अकेले थे, जिन्होंने कॉन्फ़्रेंस को संबोधित किया। विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के दौरान लखनऊ मेट्रो परियोजना के अंतर्गत 23 किमी. लंबे उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर को समय सीमा से 36 दिनों पहले यानी 4 साल और 5 महीनों में और निर्धारित बजट के अंदर पूरा करने के लिए केशव की खुलकर तारीफ़ हुई।
अपने सत्र के दौरान उन्होंने हॉलैंड में मौजूद दर्शकों को बताया कि लखनऊ मेट्रो भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार का संयुक्त उपक्रम है और देश की सबसे प्रतिष्ठित मेट्रो परियोजनाओं में से एक है। उन्होंने आगे कहा इस परियोजना को असाधारण निष्ठा के साथ काम करते हुए बहुत तेज़ी के साथ पूरा किया गया और इस वजह से ही निर्धारित समय-सीमा से पूर्व ही परियोजना पूर्ण करके उसे यात्री सेवाओं हेतु शुरू करने का लक्ष्य हासिल किया जा सका। लखनऊ मेट्रो न सिर्फ़ भारत में अन्य मेट्रो परियोजनाओं के लिए एक मिसाल क़ायम की है बल्कि उत्तर प्रदेश की आगामी मेट्रो परियोजनाओं के लिए एक मानक भी स्थापित किया है।
केशव ने अपना संबोधन आगे बढ़ाते हुए बताया कि आज की तारीख़ में लखनऊ मेट्रो परियोजना को देश-विदेश के विभिन्न तकनीकी और गैर-तकनीकी संस्थानों में केस-स्टडी के तौर पर पढ़ाया जा रहा है।हॉलैंड में आयोजित हो रहे इस समारोह में मौजूद दर्शकों ने भी केशव से बात की।