गरीब परिवार की स्वास्थ्य मंत्री से गुहार लोहिया संस्थान के आईसीयू वार्ड के बेड संख्या 4 पर भर्ती रामप्यारी के बेटे मेवालाल ने उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भेजकर माँ के इलाज के लिए आर्थिक मदद मांगी है। बाराबंकी की रहने वाली रामप्यारी कैंसर रोग से पीड़ित है और उन्हें इलाज के लिए लोहिया संस्थान में भर्ती कराया गया है। मेवालाल ने बताया कि वह बीपीएल कार्ड धारक है और अभी तक संस्थान में उसकी माँ का मुफ्त इलाज हो रहा था। अब संस्थान ने मुफ्त इलाज करने से मना कर दिया है। संस्थान ने कहा है कि गरीबों के लिए कैंसर के इलाज का बजट खत्म हो गया है जिस कारण आगे इलाज कर पाना संभव नहीं है। संस्थान ने मरीज के परिजनों से कहा है कि इलाज का खर्चा खुद उठायें।
अपने पैसे से कराएं इलाज या जाएं घर रामप्यारी के बेटे ने बताया कि उनकी माँ इस समय गंभीर अवस्था में हैं। परिवार इलाज करा पाने में समर्थ नहीं है। किसी तरह उधार लेकर खर्च उठा रहे हैं लेकिन ज्यादा दिनों तक इस तरह इलाज नहीं करा सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्री को भेजे पत्र में मेवालाल ने अपनी माँ की जान बचाने की अपील करते हुए आर्थिक मदद की मांग की है। इस मामले में लोहिया संस्थान के जन संपर्क अधिकारी से पत्रिका संवाददाता ने बात की। संस्थान की ओर से बताया गया कि शासन गरीब कैंसर मरीजों के लिए जो फंड देता है, वह खत्म हो चुका है। हॉस्पिटल फंड से अभी तक मरीजों का इलाज किया जा रहा था लेकिन अब वह संभव नहीं है। जब शासन फंड रिलीज करेगा तब मरीजों के मुफ्त इलाज की व्यवस्था शुरू हो सकेगी।