लगातार सीटों की बढ़त से भाजपा कार्यालय में जश्र मनाया जाने लगा था ढोल और पटाखों के बीच लोग नाच रहे थे।
इसके विपरीत कांग्रेस कार्यालय में न गाड़ियों का काफिला था और न ही जनता का शोर। खामोशी सी छाई हुई थी।
बहुजन समाज पार्टी के मुख्यालय का दरवाजा बंद था। बसपा सुप्रीमो मायावती का आवास भी बंद था।
सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होते ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने जैसे-जैसे रुझान सुनना शुरू किया,उनका मन घर में नहीं लगा। वह भाजपा मुख्यालय एकत्र होने लगे। ढोल और मंजीरों का इंतजाम हो गया।
दोपहर को सूचना आई कि यूपी में 80 सीटों में से करीब 60 सीटों पर भाजपा आगे है तो जश्र मनाने से कोई उन्हें रोक नहीं पाया। ढोल की आवाज ने टीवी के माइक को धीमा कर दिया और फिर वही 'हर हर मोदी- घर घर मोदी' के नारे गूंजने लगे। पटाखे छूटने लगे। चमकीले कागज की फुहारें बरसाई जाने लगीं। युवा नाचते और फिर वहां मौजूद कैमरामैनों के बीच जाकर अपनी टिप्पणी अपने आप देने लगते
सपा मुख्यालय में लोगों और प्रेस की इंट्री बैन कर दी गई। इस दफ्तर के चौकीदारों का कहना था कि उन्हें आदेश है कि किसी को अंदर न आने दें।
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कही जश्न तो कही सन्नाटा