पहले मुरादाबाद से मिला टिकट कांग्रेस पार्टी ने राज बब्बर को पहले मुरादाबाद से प्रत्याशी बनाया था लेकिन उन्होंने वहां से चुनाव लड़ने से मना कर दिया। बाद में उन्हें फतेहपुर सीकरी से मैदान में उतारा गया। वहीं फतेहरपुर से भाजपा ने मौजूदा सांसद चौधरी बाबूलाल का टिकट काटकर राजकुमार चाहर को प्रत्याशी बनाया था। बाबूलाल ने इसका विरोध किया था। तब माना जा रहा था कि भाजपा को नुकसान हो सकता है लेकिन 23 मई को घोषित हुए नतीजों ने इस बात को गलत साबित कर दिया।
ये भी पढ़ें: इस युवा कलाकार ने दिखाया हुनर, बादाम पर पेंटिंग बनाकर दी मोदी को जीत की बधाई फतेहपुर सीकरी पर 18 अप्रैल को मतदान हुआ था। तीन बार लोकसभा सांसद और 2 बार राज्यसभा के सदस्य रहे राज बब्बर का जादू फतेहपुर सीकरी की जनता पर नहीं चल सका। करारी हार के बाद उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। वहीं अमेठी सीट हाथ से गंवा देने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस्तीफा देने की बात कही।
यूपी कांग्रेस के लिए परिणाम निराशाजनक हार से निराश होकर राज बब्बर ने यूपी में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन व निराशजनक परिणाम की जिम्मेदारी ली। उन्होंने ट्वीट कर विजेताओं को बधाई दी। राज बब्बर ने अपनी जिम्मेदारी को सफल तरीके से न निभा पाने के लिए खुद को दोषी माना।