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गोरखनाथ, मथुरा, प्रयागराज मंदिरों से बाहर नहीं जा रही लाउड स्पीकर, ध्वनि प्रदूषण रोकने का प्लान

locationलखनऊPublished: Apr 24, 2022 04:16:39 pm

Submitted by:

Dinesh Mishra

उत्तर प्रदेश में अब गोरखपुर, प्रयागराज, मथुरा के मंदिरों से बाहर नहीं जा रही है लाउड स्पीकरों की आवाज़। वहीं योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर की आवाज उतनी ही आनी चाहिए, जिससे किसी को असुविधा न हो’। यह निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर के लिए जारी करने के साथ बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर पीठ और उससे जुड़े मंदिराें में लागू भी कर दिया है। गोरखनाथ मंदिर सहित उससे जुड़े सभी मंदिरों में लगे लाउडस्पीकर की आवाज कम कर दी गई है।
 

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Loudspeaker in Uttar Pradesh

गोरखनाथ मंदिर परिसर से अब लाउडस्पीकर की आवाज बाहर नहीं जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश को गोरखनाथ मंदिर ने लागू कर दिया है। गोरखनाथ मंदिर से अब भजन की आवाज बाहर नहीं जा रही हैं। मंदिर प्रबंधन ने लाउडस्पीकर की आवाज को कम कर दिया है।धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश को गोरखनाथ मंदिर ने लागू कर दिया है।
सभी मंदिरों में भजनों की गूंज अब परिसर से बाहर नहीं जा रही है। उसे ध्वनि प्रदूषण के मानक स्तर से कम कर दिया गया है। मंदिर प्रबंधन के मुताबिक भजन बजाने वाले को इस बाबत सख्त निर्देश दे दिया गया है।गोरखनाथ मंदिर और जिले में उससे जुड़े मानसरोवर मंदिर, मंगला माता मंदिर, रामजानकी मंदिर, सोनबरसा मंदिर में प्रतिदिन सुबह चार से साढ़े सात बजे यानी साढ़े तीन घंटे तक और शाम को पांच से साढ़े सात बजे यानी ढाई घंटे तक लाउडस्पीकर से भजन बजाया जाता है। माहौल में भक्ति भाव घोलने के लिए भजनों की गूंज ध्वनि प्रदूषण के मानक से काफी अधिक रहती थी।
LoudSpeaker आवाज़ कम करने का निर्देश

गुरुवार को जब उन्होंने इस आवाज को कम रखने का निर्देश प्रदेश भर के धार्मिक स्थलों के लिए जारी किया तो उसे गोरक्षपीठ पर भी पूरी सख्ती से लागू करके अन्य धार्मिक स्थलों के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया। मंदिर प्रबंधन के मुताबिक अब भजनों की गूंज मंदिर परिसर से बाहर नहीं जा रही। उसे ध्वनि प्रदूषण के सामान्य स्तर 45 डेसीबल के आसपास ही रखा जा रहा है। ऐसा गोरक्षपीठ से जुड़े मंदिरों में सुनिश्चित किया जा रहा है। अब किसी भी धार्मिक स्थल पर नया लाउडस्पीकर न लगने पाए, यह भी मुख्यमंत्री का निर्देश है।
मथुरा पुजारी बोले हमे कोई आदेश नहीं आया, फिर भी हटा लिया
श्रीकृष्ण जन्मस्थान संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि उनके पास प्रशासन की ओर से ऐसा कोई आदेश तो नहीं आया है पर सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे इसलिए यह फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि भागवत भवन पर लाउडस्पीकर साल 1985 से लगे हैं।
Noida में उतारे गए 600 से अधिक लाउडस्पीकर
वहीं नोइडा में भी नोएडा पुलिस ने 602 मंदिरों,265 मस्जिदों को नोटिस देकर लाउडस्पीकरों की आवाज परिसरों तक सीमित करने को कहा था। दिल्ली के जहांगीरपुरी में धार्मिक यात्रा के दौरान हिंसा के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने लाउडस्पीकर की आवाज परिसर के बाहर न जाने का आदेश दिया था। आदेश का असर दिखने लगा है।
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