यूपीईआईडी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एक्सप्रेसवे पर टोल लगाने को अंतिम रूप दिया जा रहा है । अभी इसकी तय राशि पर मोहर नहीं लगी है। हर एग्जिट पॉइंट के हिसाब से राशि वसूली जाएगी । उदाहरण के तौर पर लखनऊ से कन्नौज जाने वाले को कम राशि चुकानी होगी। योजना के अनुसार अगले दो महीने तक टोल संचालन और उससे होने वाली आये का आंकलन किया जाएगा। उसके बाद टोल कलेक्शन के लिए टेंडर कराए जाएंगे ।
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मौजूदा समय में लखनऊ – आगरा एक्सप्रेसवे से रोज़ाना 11 हज़ार गाड़ियां फर्राटा भर्ती हैं। बावजूद इसके एक्सप्रेसवे की फाइनल फिनिशिंग बाकी है। स्ट्रीट लाइट से लेकर यूटिलिटी की अन्य सुविधाएं नदारद हैं। अधिकारी ने इस बात को मानते हुए कहा कि ये बात सही है कि एक्सप्रेसवे पर यात्रियों को अभी सुविधाएं नहीं दी जा सकी हैं। लेकिन अगले दो माह में सुविधा देने का खाका तैयार कर लिया गया है। जगह जगह शौचालय का निर्माण कराया जा रहा हैं और रेस्तरां और होटल का निर्माण मार्च तक जबकि पेट्रोल पंप निर्माण अप्रैल तक किया जाएगा।
मौजूदा समय में लखनऊ – आगरा एक्सप्रेसवे से रोज़ाना 11 हज़ार गाड़ियां फर्राटा भर्ती हैं। बावजूद इसके एक्सप्रेसवे की फाइनल फिनिशिंग बाकी है। स्ट्रीट लाइट से लेकर यूटिलिटी की अन्य सुविधाएं नदारद हैं। अधिकारी ने इस बात को मानते हुए कहा कि ये बात सही है कि एक्सप्रेसवे पर यात्रियों को अभी सुविधाएं नहीं दी जा सकी हैं। लेकिन अगले दो माह में सुविधा देने का खाका तैयार कर लिया गया है। जगह जगह शौचालय का निर्माण कराया जा रहा हैं और रेस्तरां और होटल का निर्माण मार्च तक जबकि पेट्रोल पंप निर्माण अप्रैल तक किया जाएगा।
बताते चलें कि लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे है। इस पर दो बार भारतीय वायु सेना लड़ाकू विमान उतार शक्ति प्रदर्शन कर चुकी है।