इन एयरपोर्ट प्रॉजेक्ट के साथ ही अडानी ग्रुप का एविएशन इंडस्ट्री में प्रवेश हो जाएगा। यह ग्रुप एयरपोर्ट बिजनस में घुसने का प्रयास कर रहा है। कंपनी मुंबई एयरपोर्ट में जीवीके की हिस्सेदारी खरीदने के लिए उसके साथ बातचीत कर रही है।
अडानी ग्रुप ने मुंबई एयरपोर्ट में 23 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की पेशकश की है। इसमें दो दक्षिण अफ्रीकी कंपनियां है, जिनकी 23.5 फीसदी हिस्सेदारी है। इस पर अडानी का मुकाबला जीवीके ग्रुप से होगा, जिसने दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी खरीदकर मुंबई एयरपोर्ट में हिस्सेदारी बढ़ाने में दिलचस्पी दिखाई थी। वहीं बीते साल नवंबर में केंद्र सरकार ने एएआई संचालित छह हवाईअड्डों के पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) आधार पर प्रबंधन के लिए एक प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।