scriptरामनगरी अयोध्या में चार चांद लगाने वाली योजनाओं में आ रही हैं बाधाएं | Lucknow Ayodhya Development Work Airport Shriram Idol Railway Station | Patrika News

रामनगरी अयोध्या में चार चांद लगाने वाली योजनाओं में आ रही हैं बाधाएं

locationलखनऊPublished: Feb 27, 2020 03:28:00 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या के विकास कार्यों को गति देने की तैयारी अड़गेबाजी की वजह से अटकीं तमाम परियोजनाएंसरकार का निर्देश जल्द सुलझाएं विवाद

रामनगरी अयोध्या में चार चांद लगाने वाली योजनाओं में आ रही हैं बाधाएं!

रामनगरी अयोध्या में चार चांद लगाने वाली योजनाओं में आ रही हैं बाधाएं!

लखनऊ. नए ट्रस्ट के गठन के बाद से जहां राममंदिर निर्माण के लिए नई योजनाओं के साथ—साथ उसके क्रियान्वयन पर तैयारियां और मंथन का दौर तेजी पकड़ रहा वहीं अयोध्या के नए विकास को गति देने के लिए सरकार ने कई योजनाएं तैयार की है। पर बनाई गई योजनाएं तेजी नहीं पकड़ पा रहीं हैं। इसमें कई अड़ेंगे और पेंच फंस रहे हैं। कहीं धन की कमी तो कहीं जमीन की कहीं स्थानीय लोगों का विरोध तो कहीं जालसाजी से काम ही बंद हो गया। आई थीम पार्क की योजना निजी कम्पनी कर रही थी जिसमें जालसाजी की वजह से प्रोजेक्ट ही बंद हो गया।
योगी सरकार ने अयोध्या को दुनिया के मानचित्र पर लाने के लिए, पर्यटन के बढ़ावे के लिए और स्थानीय लोगों को रोजगार मिले इसके लिए 2,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की कई बड़ी योजनाओं की घोषणा की है। और वर्ष 2020 तक अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से युक्त शहर बनाने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। इन योजनाओं में जिसमें अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, भगवान श्रीराम की 251 मीटर उंची प्रतिमा, राम की पैड़ी सुन्दरीकरण, अयोध्या में अंतराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन आदि कई योजनाएं शामिल है। इसके साथ ही आई थीम पार्क की योजना थी, जिसे निजी कंपनी बना रही थी, बस सरकार की तरफ से टैक्स में कुछ रियायतें दी गई थी। अब इनके आज के हालात पर गौर करें तो कुछ इस तरह है।
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट :- अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए 464 एकड़ जमीन जुटानी है। जिसके लिए पहले 6 अरब 40 करोड़ 26 लाख 96 हजार 501 रुपए का बजट स्वीकृत किया गया था। जिसमें शुरुआती दौर में ही मार्च में 2 करोड़ रुपए जारी कर दिए गए थे। अनुपूरक बजट में जमीन का अधिग्रहण करने के लिए दूसरी किश्त के रूप में 200 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत हुई वहीं अब नए बजट में 500 करोड़ की नई राशि की घोषणा हुई है। जिसके लिए जिला प्रशासन से भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई की जा रही है। अधिग्रहण में कहीं-कहीं कुछ लोग अधिक मुआवजे के लिए विरोध कर रहे हैं। प्रशासन उन्हें समझाकर अपना काम तेजी से कर रहा है। राम मंदिर से अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की दूरी लगभग 10 किलोमीटर की है।
भगवान राम की 251 मीटर ऊंची प्रतिमा:- भगवान श्रीराम की 251 मीटर की प्रतिमा योगी सरकार ही नहीं पूरे भाजपा का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस प्रतिमा के लिए योगी सरकार ने सबसे पहले 200 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृति की थी, जिसमें भूमि अधिग्रहण के लिए 100 करोड़ रुपए का आवंटन किया। इसके बाद विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाए जाने को लेकर योगी आदित्यनाथ ने 447.46 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत को लेकर कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। फिलहाल भगवान श्रीराम की भव्य प्रतिमा लगाए जाने को लेकर शहर में भूमि का आवंटन किया जाना है लेकिन स्थानीय लोगो के विरोध के कारण अभी भूमि अधिग्रहण नही हो पा रहा है। यह स्थल एनएच 28 के बगल स्थित मांझा बरहटा के लिए स्वीकृति मिली है जिसकी दूरी राम मंदिर से 4 किलोमीटर है। इससे पूर्व जमीन की तलाश की गई थी उसमें तकनीकी दिक्कत आ गई थी।
राम की पैड़ी :- राम की पैड़ी सुन्दरीकरणकरण के लिए 24 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट बना जिसमे रीमॉडलिंग, निरंतर जल प्रवाह को योजना के सहित राम की पैड़ी पर घाटों का निर्माण किया जाना था। जिसके लिए 20 करोड़ रुपए की धनराशि दो शिफ्टों में कार्यदायी संस्थान की दिया गया। जिस पर 3 वर्षों से कार्य चल रहा लेकिन अभी तक पूरा नही हो सका। काम की धीमी गति इसके पूरा होने में बाधक है। सरयू तट स्थित राम की पैड़ी श्री राम मंदिर के बीच की दूरी 2 किलोमीटर की है।
अंतराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन :- अयोध्या में अंतराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन बनाए जाने की योजना केंद्र सरकार की है जिसकी 104 करोड़ रुपए की लागत है। जिसके लिए पहले क़िस्त में 10 करोड़ की धनराशि दी गई थी। जिस को लेकर कार्य प्रारंभ हुआ लेकिन अगली धनराशि के विलंब होने से 3 माह कार्य प्रभावित हुआ और कार्य बन्द कर दिया गया अब जल्द ही फिर 9 करोड़ रुपए की दूसरी क़िस्त मिली है जिस पर कार्य शुरू किया जाएगा। रेलवे स्टेशन से राम मंदिर महज 1 किलोमीटर की दूरी पर है।
आई थीम पार्क :- आई थीम पार्क की यह योजना निजी कम्पनी बना रही थी। इसमें सरकार से कोई धन आवंटित नहीं किया गया था। सिर्फ सरकार जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही में टैक्स की छूट दे रही थी। पर जमीन अधिग्रहण के जालसाजी व कुछ घटनाओं के कारण इस प्रोजेक्ट पर रोक लगा दिया गया है। यह योजना 150 करोड़ रुपए की बनाई गई थी। या प्रोजेक्ट बंद कर दिया गया है लेकिन अगर इस प्रोजेक्ट पर कार्य किया जाता तो इसकी दूरी राम मंदिर से 5 किलोमीटर बताई गई है।
रामनगरी के विकास की अन्य योजनाएं :—
अयोध्या शोध संस्थान
साढ़े चार किलोमीटर लंबी स्मार्ट रोड
डिजिटल रामायण गैलरी
कोरिया पार्क
तुलसी उद्यान
मल्टीलेवल पार्किग

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो