महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ में पहुंचे महर्षि महेश योगी संस्थान के अध्यक्ष अजय प्रकाश श्रीवास्तव अपनी कार्ययोजना के बारे में बताते हुए कहाकि अयोध्या अध्यात्म का प्रमुख केंद्र है, महर्षि महेश योगी संस्थान इसे वेद व विज्ञान का भी प्रमुख केंद्र बनाना चाहता है। इसके लिए रामायण विश्वविद्यालय मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि रामायण विश्वविद्यालय के लिए कारसेवकपुरम में स्थित संस्थान की 40 एकड़ भूमि पर प्रस्ताव बनाकर प्रदेश सरकार को भेजा है। शासन से जैसे ही अनुमति मिलेगी, विश्वविद्यालय की स्थापना का काम शुरू कर दिया जाएगा।
प्राचीन वैदिक शिक्षा पद्धति के साथ मॉडर्न साइंस को जोड़ने :- अजय श्रीवास्तव ने कहा कि प्राचीन वैदिक शिक्षा पद्धति के साथ मॉडर्न साइंस को जोड़ने का हमारा प्रयास होगा। इस विश्वविद्यालय में रामायण पर व्यापक शोध कार्य किया जाएगा। जीवन से संबंधित रामायण के विषयों पर शोध कर उन्हें जन-जन तक पहुंचाने का कार्य होगा। साथ ही नई पीढ़ी को भी राम संस्कृति व वेद विद्या का ज्ञान प्रदान किया जाएगा।
महर्षि महेश योगी का सपना :- महर्षि महेश योगी ने भारतीय संस्कृति और वेदों को विश्व के 192 देशों में विस्तार दिया। आज भी इन देशों में वेद व संस्कृति को प्रचारित करने का काम संस्थान द्वारा किया जा रहा है। बताया कि भारत में महर्षि संस्थान करीब 175 विद्यापीठ भी संचालित कर रहा है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग जहां-जहां स्थापित हैं वहां भी वेद की शिक्षा व धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है। बताया कि केदारनाथ को छोड़कर अन्य 11 स्थानों पर जहां भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग हैं वहां वेद विज्ञान की शिक्षा का केंद्र स्थापित किया गया है।