भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली के निदेशक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि चमगादड़ों की मौत के पीछे कोरोना वायरस नहीं है। घबराएं नहीं, चमगादड़ों के पोस्टमॉर्टम से इसका खुलासा हो गया है। चमगादड़ों में कोरोना वायरस नहीं पाया गया है। रेबीज की भी जांच की गई वह भी नहीं मिला है। निदेशक डॉ. आरके सिंह ने चमगादड़ों की मौत का खुलासा करते हुए कहाकि पोस्टमॉर्टम से साफ हो गया है कि चमगादड़ों की मौत ब्रेन हैमरेज से हुई है। पूर्वांचल में तेज गर्मी हो रही है, संभावना है कि इतनी अधिक गर्मी चमगादड़ बर्दाश्त नहीं कर सके और ब्रेन हैमरेज से उनकी मौत हो गई है। फिलहाल और जांचें जारी हैं।
डॉ. आरके सिंह ने बताया कि चमगादड़ों की प्रतिरोधक क्षमता बहुत ज्यादा होती है कि उन्हें कोई पैथोजन मार नहीं सकता है। ये वायरस या बैक्टीरिया के कैरियर भले ही हो सकते हैं लेकिन, इनका खुद चमगादड़ों पर कोई असर नहीं होता है। गोरखपुर के बलिया और इसके आसपास के जिलों से पांच और सैम्पल संस्थान जांच के लिए आए हैं।