लॉक डाउन का 38वां दिन बीत गया। जनता घर में यह जानती हुई कि बचाव इसी में है, परेशान हो रही है। कुछ आर्थिक मजबूरियों की वजह से तो कुछ बच्चों की पढ़ाई को लेकर तो कुछ के लिए आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता न हो पाना उनके जीवन में मुश्किलें पैदा कर रहीं हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम 11 की भरसक कोशिश है कि जनता को अधिक से अधिक राहत पहुंचाई जाए।
प्रदेश में राष्ट्रीय राशन पोटेबिलिटी लागू :- राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी की शुरुआत होने के बाद उत्तर प्रदेश का कोई लाभार्थी अन्य राज्य से और अन्य राज्य का कोई भी लाभार्थी उत्तर प्रदेश से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के तहत बने किसी भी राशन कार्ड की राशन संख्या मात्र बताकर राशन ले सकता है। यह सुविधा आधार आधारित वितरण एवं पिछले छह माह से सक्रिय राशन कार्डों पर ही मिलेगी। फ़िलहाल उत्तर प्रदेश सहित 16 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश दादरा नगर हवेली के लाभार्थी आपस में राशन पोर्टबिलिटी का लाभ उठा सकेंगे। प्रवासी मज़दूरों को इस योजना का विशेष लाभ मिलेगा। प्रदेश स्तर पर राशन पोटेबिलिटी पहले से लागू है। अप्रैल में करीब 7.07 लाख राशन कार्डधारकों ने इस सुविधा का लाभ उठाया। प्रदेश में इस सुविधा का सर्वाधिक लाभ गौतम बुद्ध नगर में 11.50 प्रतिशत और उसके बाद लखनऊ में 8.50 प्रतिशत लोगों ने उठाया।
प्रदेश में एक मई से राशन दुकानों से गेहूं और चावल का वितरण होगा। इसमें अन्त्योदय कार्डधारकों, श्रमिकों-मज़दूरों को वितरण निशुल्क होगा। इसके बाद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में निशुल्क वितरण शुरू किया जाएगा। प्रदेश में अब तक क़रीब 3.8 लाख नए राशन कार्ड बनाए गए हैं ताकि मजदूर-नरेगा श्रमिक तथा अन्य ज़रूरतमंद को राशन मिल सके। कोई भी लाभार्थी केवल अपना राशन कार्ड संख्या बताकर किसी भी राशन दुकान से राशन ले सकता है।
15 मई तक जमा कर सकेंगे बिजली बिल :- प्रदेश के बिजली उपभोक्ता 1 मार्च से 30 अप्रैल के बीच बनने वाले सभी बिलों का भुगतान अब 15 मई तक कर सकेंगे। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि सरकार के इस फैसले से जहां उपभोक्ताओं को देय तिथि तक भुगतान पर मिलने वाली एक प्रतिशत छूट का लाभ मिलेगा वहीं देर से भुगतान पर लगने वाले विलंब अधिभार से भी राहत मिलेगी। किसानों की सहूलियत के लिए ऊर्जा विभाग ने किसान आसान किस्त योजना भी 31 मई तक बढ़ा दी है। यह योजना 30 अप्रैल को समाप्त हो रही थी। इस योजना के तहत अब तक 3.66 लाख किसानों को लाभान्वित किया जा चुका है। बाकी अब इसका लाभ उठा सकते हैं।
यूपी बोर्ड कॉपियों का 5 मई से मूल्यांकन :- यूपी बोर्ड हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की तीन करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पांच मई से शुरू हो सकता है। मूल्यांकन के लिए शासन के पास प्रस्ताव भेजा गया है। अब शासन से अनुमति मिलने का इंतजार है। पांच मई से मूल्यांकन शुरू हुआ तो मई के अंत तक अथवा जून के पहले सप्ताह में रिजल्ट जारी किया जा सकता है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने भी पांच मई से मूल्यांकन शुरू करने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि प्रदेश में स्थिति सामान्य रही तो पांच मई से कॉपी जांचने का काम शुरू हो जाएगा।
दूरदर्शन पर कक्षाएं शुरू :- उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के स्कूलों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए एक मई से दूरदर्शन पर स्वयंप्रभा चैनल पर शैक्षिक प्रसारण शुरू हो गया है। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि शैक्षिक प्रसारण हर दिन सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक और फिर इसी का पुन: प्रसारण शाम 4:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक होगा। ऐसे विद्यार्थी जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है और वह ऑनलाइन कक्षाएं नहीं कर पा रहे हैं, इस शैक्षिक प्रसारण की मदद से आसानी से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे। हेल्पलाइन नंबर-18001805310 या फिर ईमेल आईडी upmsp.helponline@gmail.com से मदद ले सकते हैं।
21 पान मंडियों को खोलने की इजाजत :- अब लॉकडाउन में हो सकेंगे पान के शौकीनियों के मुंह लाल, पान उत्पादकों और विक्रेताओं को मिली राहत, कुछ शर्तों के साथ यूपी की 21 पान मंडियों और पान दरीबों को खोलने की इजाजत दी गई है। इस संबंध में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण निदेशक डा. एसबी शर्मा ने संबंधित जिलों के जिला उद्यान अधिकारियों के नाम आदेश जारी कर दिए हैं। प्रदेश में प्रमुख रूप से उन्नाव, रायबरेली, बाराबंकी, सुलतानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, ललितपुर, बांदा, आजमगढ़, हरदोई, लखनऊ, कानपुर नगर, अमेठी, प्रयागराज, सीतापुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र एवं महोबा पान के प्रमुख उत्पादक जिले हैं। महोबा के जिलाधिकारी की ओर से पहले ही पान मण्डी एवं पान दरीबा खोलने की अनुमति प्रदान की जा चुकी है।
प्रदेश में 291 खनन क्षेत्रों में खनन शुरू :- उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन के बीच 238 परियोजनाओं को काम शुरू कर दिया गया है। पांच हजार मजदूर रात दिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए काम कर रहे हैं। इस निर्माण कार्य के दौरान निर्माण सामग्री, बालू, मौरंग और गिट्टी की कमी होने से दिक्कत पैदा हो गई है। पर यह दिक्कत आज से ठीक एक सप्ताह बाद खत्म हो जाएगी। यूपी में 69 खनन क्षेत्रों में बालू—मौरंग और 222 खदानों से गिट्टी—पत्थर का खनन कार्य शुरू हो गया है। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की सचिव डा. रौशन जैकब के अनुसार प्रदेश में बुधवार शाम तक 291 खनन क्षेत्रों में खनन शुरू किया जा चुका था।