उत्तर प्रदेश सरकार वर्ष 1988 व वर्ष 1989 बैच के आईएएस को पदोन्नति देने जा रही है। शासन ने प्रमुख सचिव से अपर मुख्य सचिव पद के लिए 20 पदों के सृजन का प्रस्ताव किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर सिद्धांत रूप में सहमति दे दी है। इसके लिए पद सृजन संबंधी कार्यवाही शुरू हो गई है। इसके बाद यूपी सीएम के प्रमुख सचिव एसपी गोयल समेत वर्ष 1988-99 बैच के 21 आईएएस अफसर जल्द ही अपर मुख्य सचिव बन जाएंगे।
प्रदेश में मौजूदा समय 16 अपर मुख्य सचिव के पद हैं। प्रदेश में वर्ष 1988 बैच के 10 और वर्ष 1999 बैच के 11 आईएएस अधिकारी हैं। इनसे पहले बैच के अधिकारी अपर मुख्य सचिव के पद पर पदोन्नति पा चुके हैं। इन दोनों बैच के आईएएस अधिकारियों को प्रमुख सचिव से अपर मुख्य सचिव बनाने के लिए अतिरिक्त पदों की जरूरत होगी। नियुक्ति विभाग ने अपर मुख्य सचिव के 20 पद सृजित करने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय प्रस्ताव भेजा था। सूत्रों का कहना है कि यह मंजूरी मिल चुकी है। अब नियुक्ति विभाग स्थाई रूप से पद सृजन संबंधी प्रक्रिया पूरी करेगा। इसके बाद इन 21 आईएएस अधिकारियों को अपर मुख्य सचिव के पद पर पदोन्नति देने के लिए डीपीसी कराई जाएगी।
वर्ष 1988 बैच के आईएएस:- आलोक कुमार प्रथम, डॉ. रजनीश दुबे, राजन शुक्ला, नवनीत सहगल, एमवीएस रामीरेड्डी, जूथिका पाटणकर, मनोज कुमार सिंह, टी वेंकेटेश, अरविंद कुमार, एस राधा चौहान। जूथिका पाटणकर मौजूदा समय केंद्र में तैनात हैं।
वर्ष 1999 बैच के आईएएस:- मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल, देवेश चतुर्वेदी, मोनिका एस गर्ग, आराधना शुक्ला, डिंपल वर्मा, डॉ. प्रशांत त्रिवेदी, मनोज सिंह, अमित मोहन प्रसाद, सुरेश चंद्रा, संजय एस भूसरेड्डी और अनिल कुमार द्वितीय हैं।