पानी में कोरोना के वायरस नहीं :- गोरखपुर सीएमओ डॉ श्रीकांत तिवारी ने बताया कि अफवाहों से बचने की जरूरत हैं। हवा और पानी में कोरोना के वायरस नहीं है। विदेश से आएं लोगों और विदेशियों से बचें। अफवाहों से बचें और अपने आसपास लोगों को जागरूक करें। गोरखपुर सीएमओ ने बताया कि सर्दी-जुकाम अगर होता है, तो तत्काल चिकित्सकों के पास जाए और अपना उपचार कराएं।
कोरोना वायरस हवा में नहीं :- यूनिसेफ हेल्थ ऑफिसर डॉ. प्रफुल्ल भारद्वाज ने बताया कि ज्यादातर लोग स्वस्थ होने के बावजूद मास्क लगाए घूम रहे हैं। ऐसे लोगों को यह समझना जरूरी है कि कोरोना वायरस हवा में नहीं है। उन्होंने कहाकि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के खांसने-छींकने से निकलने वाली ड्रॉपलेट से फैलता है। ऐसे में बाहर निकलें तो लोगों से एक मीटर की दूरी बनाकर चलें। भीड़भाड़ से बचें। हर घंटे पर साबुन से हाथ धोते रहें। बिना हाथ धुले न कुछ खाएं, न चेहरा छुएं। इतना करने से आप कोरोना वायरस से काफी हद तक बच सकते हैं।
सभी को मास्क की जरुरत नहीं :- संचारी रोग के अपर निदेशक डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं, सिर्फ जागरूक रहने की जरूरत है। अगर खांसी-बुखार है और आप किसी संक्रमित के संपर्क में नहीं आए हैं या कोई विदेश यात्रा नहीं की है तो मास्क की जरूरत नहीं है।
ठीक से पका चिकन खाने से नहीं फैलता कोरोना :- अपर निदेशक डॉ. आरके गुप्ता ने कहाकि चिकन ठीक से पका कर खाया जाए तो इससे कोरोना वायरस बिल्कुल नहीं फैलता। वहीं सैनिटाइजर से गुड बैक्टीरिया बिल्कुल नहीं मरते। ठीक इसी तरह हैंडवॉश पूरी तरह पर्याप्त है। इसमें कोई और चीज प्रयोग करने की जरूरत नहीं है।
कोरंटाइन पीरियड :- कोरंटाइन पीरियड के बारे में अपर निदेशक ने बताया कि वायरस प्रवेश करने से लेकर लक्षण प्रकट होने तक की समयावधि को कोरंटाइन पीरियड कहते हैं। 14 दिन में लक्षण सामने नहीं आते तो सुरक्षित माना जाता है, हालांकि ऐसे लोगों को 14 दिन के बाद भी ऐहतियात बरतने को कहा जाता है।