हिंदुस्तान पर आए कोरोना संकट के देखते हुए आज के समय सभी विपक्षी दल भी सरकार के साथ मिलाकर खड़े हैं। इस मुश्किल की घड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखा जिसमें देश कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है। इसने जहां एक तरफ स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक आपात स्थित खड़ी कर दी है, वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन से अर्थजगत और लोगों की रोजी-रोटी पर भी खतरा मंडरा रहा है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव गरीबों और मजदूरों पर पड़ रहा है।
प्रियंका गांधी ने अपने पत्र में आगे लिखा कि, कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि जो आपात स्थितियां उत्पन्न हुईं हैं उनमें कांग्रेस पार्टी सरकार का सहयोग करने के लिए पूरी तरह तैयार है। ये वक्त हम सबके लिए अपने मतभेदों से ऊपर उठकर देश के लिए एकजुट होकर लड़ने का है। हमें खास ध्यान रखना होगा कि इस घड़ी में प्रदेश के वंचित और गरीब तबके के लोगों के सामने और गहरा संकट खड़ा न हो।
प्रियंका गांधी ने बताया कि सभी नियमों का पालन करते हुए इस संकट की घड़ी में अपनी सेवाएं देने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता समर्पित है। हर जिले में वॉलेंटियर टीम और हेल्पलाइन तैयार की हैं। ये टीमें जनसेवा और प्रशासन की मदद के लिए हरदम तैयार हैं।
प्रियंका गांधी ने अपने खत में लॉकडाउन से जूझ रहे प्रदेश वासियों की समस्याओं को हल करने के सम्बन्ध में कुछ सुझाव भी दिए हैं। प्रियंका गांधी ने सरकार से निवेदन किया है कि रास्ते में फंसे मजदूरों को घर पहुंचाने का काम सुचारू रूप से होना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर ज्यादा लोग सड़कों पर हैं तो सरकारी स्कूल व कॉलेज में उनके रहने-ठहरने की व्यवस्था की जा सकती है और फिर साधन होने पर उन्हें रवाना किया जा सकता है।