कोरोना वायरस से सोने-चांदी के भाव में लगातार कमी, सोने-चांदी में निवेश कर मुनाफा काटने का सही मौका!
सोने-चांदी की कीमतों में एक सप्ताह में भारी गिरावट आई है। शेयर बाजार भी बुरे दौर से गुजर रहा है। कोरोना वायरस के डर से पैसे कमाने वाले ये दोनों क्ष़ेत्रों बुरी तरह से प्रभावित हैं। पर उत्तर प्रदेश के इन्वेस्टर्स के लिए पैसे कमाने का यह एक अच्छा मौका है।

लखनऊ. सोने-चांदी की कीमतों में एक सप्ताह में भारी गिरावट आई है। शेयर बाजार भी बुरे दौर से गुजर रहा है। कोरोना वायरस के डर से पैसे कमाने वाले ये दोनों क्ष़ेत्रों बुरी तरह से प्रभावित हैं। पर उत्तर प्रदेश के इन्वेस्टर्स के लिए पैसे कमाने का यह एक अच्छा मौका है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में छह मार्च को सर्राफा बाजार में 10 ग्राम सोने का भाव 45,343 रुपए था। 16 मार्च 2020 को सोने का भाव 38,400 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया। सिर्फ पांच सत्रों में सोने की कीमतों में 6,943 रुपए तक गिरावट हुई। 18 मार्च को 10 ग्राम सोने का भाव 40241 रुपए पर बंद हुआ।
गोल्ड के दाम पिछले 12 दिनों में 10 पर्सेंट घटने के बावजूद इसकी खरीदारी सुस्त बनी हुई है। कोविड-19 महामारी के डर से ग्राहक बाजार आने से बच रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार की उडवाजरी के बाद दुकानें भी बंद कर दी गई हैं।
वर्ष 2019 की शुरुआत तक सोना उपभोक्ताओं के लिए अधिक आकर्षक था, जब इसकी कीमत 31,500 से 32 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम के बीच थी। जून 2019 में कीमत बढ़ने के साथ मांग में कमी घटने लगी। रुपए में कमजोरी और सरकार की तरफ से कस्टम ड्यूटी बढ़ाने के बाद घरेलू बाजार में सोना महंगा हो गया। साल 2019 अंत तक करीब 40,000 रुपए तक हो गया।
लखनऊ के एक बड़े सराफा अमूल्य रस्तोगी ने बताया कि अभी सोने की कीमतें करीब 1,500 रुपए और गिरेंगी। 30 दिन बाद शादियों का सीजन शुरू होने के बाद सोने के घरेलू भाव में इजाफा देखने को मिल सकता है। इस वक्त अगर मुनाफा कमाना है तो सोना खरीदने का यह सही मौका है।
जानकारों के अनुसार साल 2020 में सोना 50 हजारी होने की संभावना है। सोने का रेट 6 मार्च 2020 को 45,343 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच ही गया है। बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि यह संभावना बलवती हो रही कि सोने की कीमतें 50 हजार रुपए 10 ग्राम पहुंच जाए। यदि यही आधार माना जाए तो आज के वक्त सोने में चांदी कटाने का एक अच्छा मौका है। पर यह निर्णय सोच विचार कर लें।
चांदी की गिरावट : कोरोना वायरस का असर चांदी के दामों पर भी पड़ा रहा है। लखनऊ में चांदी का वायदा भाव आठ जनवरी 2020 को 49,423 रुपए प्रति किलोग्राम पर था। 16 मार्च 2020 को 33,756 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर तक आ गया। करीब दो माह में चांदी में करीब 15,000 रुपए की भारी गिरावट आई। 16 मार्च को एमसीएक्स के इतिहास में चांदी में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट 16 फीसद थी। छह मार्च से लेकर अभी तक करीब 28 फीसद गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को भी गिरावट दर्ज की गई है।
लखनऊ में ज्वैलर्स तारकनाथ का कहना है कि अनुमान लगा जा रहा है कि कोरोना प्रकोप कम होने के बाद चांदी की फिजिकल डिमांड में बढ़ोत्तरी होगी, और फिर शुरू हो जाएगा चांदी में चांदी काटने का समय। यह वक्त निवेशकों के लिए चांदी में निवेश के लिए बेहतर समय हैं।
क्या है बुलियन मार्केट :- सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं का व्यापार बुलियन मार्केट के जरिए ही होता है। सोने की खरीद दो तरह से की जाती है। आम लोग सर्राफा बाजार से सोने की खरीददारी करते हैं। वहीं कारोबारी लोग वायदा बाजार के जरिए सोने की खरीददारी करते हैं।
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