श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में रामलला के जन्म के अवसर पर सभी वैष्णव मंदिरों में मध्याह्न ठीक 12 बजे रामलला की प्राकट्य आरती होगी। परम्परागत पर्व पर मध्याह्न भगवान का पंचामृत से अभिषेक कर षोडशोपचार पूजन किया जाएगा। इसके साथ भगवान का श्रृंगार कर उनकी आरती उतारी जाएगी।
रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येन्द्र दास ने बताया इस रामनवमी में प्रसाद की व्यवस्था कुछ अलग रहेगी। पहले तीन अलग-अलग प्रकार की पंजीरी धनिया, रामदाना व सिंघाड़ा आटा मिलाकर 50 किलो प्रसाद बनता था। अब यह सिर्फ 20 किलो बनाया जाएगा। 50 लीटर दूध-दही-घृत-मधु-गंगाजल व मेवा मिलाकर बनने वाला पंचामृत इस बार 15 लीटर ही बनाया जाएगा।
सामूहिक संकीर्तन करें :- विश्व हिन्दू परिषद की ओर से विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष जस्टिस विष्णु सदाशिव कोकजे, कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, रामजन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास व ट्रस्टी गोविन्द देव गिरी महाराज के भेजे गए हस्ताक्षरित पत्र में रामलला का प्राकट्योत्सव घर-घर मनाने का आह्वान किया गया है। सामाजिक दूरी बनाते हुए यह आग्रह किया गया है कि उत्सव के उपरांत रामनाम महामंत्र ‘श्रीराम जय राम जय जय राम’ का सामूहिक संकीर्तन करें। इसके अलावा शाम को घरों व आसपास के देवालयों में दीप प्रज्जवलित करें।
रामलला जन्म के दर्शन यहां कीजिए :- अयोध्या के कारसेवकपुरम में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने रामलाल के दर्शन को घर बैठे-बैठे सुलभ बनाने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर लिंक जारी किया। सोशल मिडिया के प्लेटफार्म पर रामलला के दर्शन के लिए जारी आईडी इस तरह से हैं। फेसबुक पर ये Www.Facebook.Com/Shri-Ram-Janmabhumi-Teerth-Keshetra है. ट्विटर पर Https:// Twitter.Com/Shriram Teerth और इंस्टाग्राम पर Https://Www.Instagram.Com/Shriram Teerth Kshetra है। इन प्लेटफार्म पर अब रामलला के हर रोज दर्शन किए जा सकेंगे।