नोएडा में रविवार सुबह चार और नए मरीज कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं। तीन दिन में नोएडा में 19 मरीज कोरोना वायरस पाजिटिव मिले हैं। इन चार में एक दंपति शामिल हैं। चारों संक्रमितों में दो महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। इन चारों को भी नोएडा की सीज फायर कंपनी में फैले संक्रमण से यह बीमारी हुई है। इनमें से तीन पारस टीएरा हाउसिंग सोसाइटी रहते हैं। इनमें शामिल दोनों पुरुष सीज फायर कंपनी में काम करते हैं। चौथा संक्रमण नोएडा के सेक्टर 27 की एक महिला का है। यह महिला भी सीज फायर कंपनी में काम करती हैं। इससे पहले इसी सोसाइटी की दो महिलाओं को कोरोना वायरस संक्रमित होने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। यह दोनों महिलाएं, आज संक्रमित पाए गए परिवारों के सदस्य हैं। चिकित्सकों ने आशंका व्यक्त की है कि नोएडा में कम्युनिटी ट्रांसफर भी हो रहा है।
बरेली में कोरोनावायरस संक्रमित पहला मरीज सुभाषनगर क्षेत्र का युवक नोएडा में एक फायर कंपनी में काम करता है। रविवार को युवक की कोरोनावायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। युवक के पूरे परिवार को आइसोलेट कर दिया गया है और उनके सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रंजन गौतम का कहना है कि युवक की रविवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसके परिवार के छह सदस्यों को आइसोलेट किया गया। स्वास्थ्य विभाग ने पूरे इलाके को सील कर, पूरे इलाके को सेनेटाइज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
कोरोना वायरस पर आज यूपी सरकार ने एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि यूपी सरकार 200 अतिरिक्त वेटिलेंटर खरीदने जा रही है। इसके साथ ही कई अस्पतालों को अपग्रेड कर रही है। लखनऊ में अब कोरोना वायरस की जांच केजीएमयू, एसजीपीजीआई के अतिरिक्त राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान में हो सकेगी। निजी अस्पतालों से वार्ता की जा रही है कि वह क्वांरटाइन की व्यवस्था की जा सके। इसके अतिरिक्त कई निजी अस्पतालों ने खुद आफर दिया है। धर्मशालाओं में दिल्ली से आए दिहाड़ी मजदूरों को क्वांरटाइन किया जा रहा है।
राज्य संक्रामक रोग निदेशालय के संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि शनिवार तक कोरोना संक्रमण से प्रभावित देशों से आए 50,040 यात्रियों की पहचान की गई। इसके अलावा विदेश से आए 49,488 लोगों की पहचान की गई है। इनमें से 8171 यात्रियों की शनिवार तक पहचान की गई है। सभी को होम क्वारंटीन में रखा गया है।