उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के खुखुंदू गांव में सोमवार को पैदा हुए एक बच्चे का नाम उसके माता-पिता ने ‘लॉकडाउन’ रखा है। लॉकडाउन के पिता पवन ने बताया, “यह लॉकडाउन के वक्त पैदा हुआ है। हमें कोरोना वायरस से बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया है। हम उनके प्रयासों की सराहना करते हैं। चूंकि लॉकडाउन राष्ट्रीय हित में है इसलिए हमने बच्चे का नाम ‘लॉकडाउन’ रखा है।”
लॉकडाउन के पिता पवन ने बताया कि लॉकडाउन का नाम हमेशा हमारे करीबों को राष्ट्रीय हित की याद दिलाता रहेगा। वह और उसका परिवार ‘लॉकडाउन’ की देखरेख कर रहे हैं और यहां तक कि अपने रिश्तेदारों से भी हमने कहा है कि जब तक देश में लागू लॉकडाउन नहीं हट जाता तब तक वे बच्चे से न मिलें। पवन ने कहा, “ लॉकडाउन की वजह से बच्चे के लिए होने वाले सभी उत्सव को लॉकडाउन हटने के बाद किया जाएगा। एक बार लॉकडाउन हट जाए तो हम जोरदार पार्टी देंगे।”
जनता कर्फ्यू पर पैदा हुई बच्ची नाम ‘कोरोना’ :- पूरे देश में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगा था। देवरिया से ठीक साठ किलोमीटर दूर गोरखपुर में जनता कर्फ्यू के दिन एक बच्ची पैदा हुई जिसका नाम उसके चाचा ने ‘कोरोना’ रखा दिय। चाचा नितेश त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने घातक वायरस फैलने के बाद बच्चे का नाम कोरोना रखने का फैसला किया क्योंकि ‘कोरोना’ ने दुनिया को एकजुट कर दिया है। सोहगौरा गांव में पैदा हुई बच्ची चर्चा का विषय बन चुकी है।
त्रिपाठी ने कहा कि बच्ची के नामकरण से पहले उसकी मां रागिनी त्रिपाठी से अनुमति ली थी। “वायरस बहुत खतरनाक है और इसने दुनिया में इतने सारे लोगों को मार दिया है, लेकिन इसने हम में से कई लोगों को अच्छी आदतों को अपनाने पर भी मजबूर किया है और पूरी दुनिया को और करीब ला दिया है।