सपा की विजय रथ यात्रा सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने 2012 में क्रांति रथ निकाले थे। इस बार वह विजय रथ पर सवार होंगे। अखिलेश यादव औद्योगिक नगरी कानपुर से 12 अक्टूबर को विजय रथ यात्रा का आगाज करने जा रहे हैं। विजय रथ यात्रा घाटमपुर, हमीरपुर जालौन होते हुए कानपुर देहात के माटी पहुंचेगी। तीन माह में अलग-अलग चरणों में यह यात्रा पूरे प्रदेश को कवर करेगी। हर जिले में सपा अध्यक्ष कम से कम एक जनसभा करेंगे। और भाजपा सरकार की नाकामियों को गिनाएंगे। साथ ही समाजवादी और लोहियावादी विचारधारा से जनता को जोड़कर अपना वोट बैंक पक्का करेंगे।
प्रसपा की सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा भतीजे अखिलेश यादव की हामी के इंतजार के लिए दरवाजे की चौखट तकते-तकते जब प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव निराश हो गए तो अब बड़े जोर शोर के साथ भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा से 12 अक्तूबर को अपनी सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा निकालने जा रहे हैं। यह यात्रा मथुरा से शुरू होगी और सात चरणों में रायबरेली में खत्म होगी। यात्रा के जरिए शिवपाल सभी जिलों का चुनावी दौरा करेंगे। शिवपाल के लिए अपनी और पार्टी की हैसियत बनाने के लिए विधानसभा चुनाव 2022 बेहद अहम है। शिवपाल यादव कट्टर लोहियावादी विचारधारा के है। 12 अक्टूबर को लोहिया की पुण्यतिथि भी है। प्रसपा विधानसभा की सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। भाजपा के साथ सपा मुकाबले में है।
लखनऊ गोल्फ क्लब अध्यक्ष चुने गए आईएएस मुकुल सिंघल, आईएएस नवनीत सहगल 146 वोटों से हारे भाजपा का जागरूकता रथ सपा व प्रसपा की रथ यात्रा का जवाब देने के लिए और पार्टी की नीतियों का बखान करने के लिए भाजपा भी रथ यात्रा निकालने जा रही है। रथ यात्रा के जरिए वह सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाया जाएगा। और कोशिश होगी की जनता को अपनी विचारधारा समझा कर वोट में तब्दील करें। वैसे सपा के विजयरथ के जवाब में भाजपा ने एक दिन पहले ही कानपुर से जागरूकता रथ निकल दिया है। इस रथ को विधायक सुरेंद्र मैथानी ने हरी झंडी दिखाई है। रथ में लगी एलईडी के जरिए चौराहों पर पीएम नरेंद्र मोदी औऱ सीएम योगी आदित्यनाथ की जनप्रिय नीतियों को बताया जा रहा है। भाजपा नेताओं का कहना है कि आयुष्मान कार्ड से लेकर उज्जवला योजना का लाभ किस तरह से जनता ले सकती है, इन सबकी जानकारी दी जाएगी।