मंडी निदेशक जेपी सिंह ने बताया कि मंडी परिषद किसानों को प्रति कुंतल 20 रुपए की दर से अतिरिक्त भुगतान सीधे किसानों के खातों में करेगी। यह परम्परा काफी वक्त से चल रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस वर्ष भी यह सुविधा बरकरार है।
मंडी निदेशक ने बताया कि क्रय केंद्रों पर किसानों की सुविधा के लिए मंडी परिषद की ओर से पूर्व की भांति सारी व्यवस्थाएं की जाएंगी। इस बार रबी की हार्वेस्टिंग 1 सप्ताह देरी से शुरू हुई है लेकिन कटाई शुरू होते ही प्रदेश की मंडियों में गेहूं की आवक शुरू हो गई है।
मंडी निदेशक जेपी सिंह ने बताया प्रदेशभर की मंडियों में गेहूं की आवक हो रही है। 5 अप्रैल तक की स्थिति पर नजर डालें तो लखनऊ में 10,000 कुंतल, कानपुर में 1200 कुंतल, प्रयागराज में 250 कुंतल, आगरा में 8862 कुंतल, झांसी में 3900 कुंतल, गोरखपुर में 5190 कुंतल, मुरादाबाद में 1395 कुंतल, मिर्जापुर में 428 कुंतल, मेरठ में 497 कुंतल गेहूं की आवक हो चुकी है। 6 अप्रैल से आवक में और तेजी होने की संभावना है।
मंडी निदेशक जेपी सिंह ने बताया जैसे-जैसे मंडियों में गेहूं का आवक शुरू हो रही है वैसे ही प्रदेश में आटे समस्या दूर हो जाएगी। उत्तर प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद 15 अप्रैल से शुरू होगी।