टोल टैक्स वसूली को इलेक्ट्रॉनिक किए जाने के लेकर शुरू की जा रही यह नई व्यवस्था पहले 1 दिसंबर से लागू होनी थी। लेकिन सभी टोल प्लाजा पूरी तरह से तैयार नहीं थे जिस वजह से इसको 15 दिसंबर से लागू करने का फैसला किया गया।
सड़क परिवहन मंत्रालय के अनुसार, नया सिस्टम लागू होने के बाद यदि कोई वाहन चालक बिना फास्टैग के फास्टैग वाली लेन में घुस जाता है तो उससे दोगुना टोल टैक्स वसूली जाएगा। हालांकि, अभी भी सभी वाहनों में फास्टैग नहीं लग पाया है। जिन वाहनों में फास्टैग नहीं लग पाया है उनके लिए टोल प्लाजा पर हाइब्रिड लेन बनाई गई है। इस लेन में फास्टैग को छोड़कर अन्य सभी प्रकार से टोल टैक्स लिया जाएगा।
फास्टैग को 22 अधिकृत बैंकों से प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) जैसे विभिन्न चैनलों से ऑफलाइन खरीदा जा सकता है। इनकी बिक्री राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा और चुनिंदा बैंक शाखाओं में हो रही है। साथ ही इसकी बिक्री अमेजन जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी हो रही है।
सभी टोल प्लाजा पर केवल एक ही लेन हाइब्रिड रहेगी। जिसमें फास्टैग के अलावा कैश या कार्ड से भी भुगतान किया जा सकेगा। एनएचएआई के क्ष़ेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि टोल प्लाजा को फास्टैग के लिए तैयार कर लिया गया है। रविवार को इसे सुबह आठ बजे से शुरू किया जा रहा है। फास्टैग लेन में अगर कोई गाड़ी बिना टैग के आ जाती है तो उसे दोगुना जुर्माना देना पड़ेगा।