अब 84 दिन बाद के रिजल्ट का इंतजार:- वैक्सीन ट्रॉयल के चीफ गाइड प्रो. जेएस कुशवाहा ने बताया कि वैक्सीन की पहली और बूस्टर डोज लगाने के बाद एंटीबॉडी के टाइटर बने और बढ़े भी हैं। यह अच्छा संकेत है। ट्रॉयल में वॉलंटियर्स की रिपोर्ट अच्छी आई है। उम्मीद है कि वर्ष 2021 की शुरुआत में वैक्सीन आ सकती है। पहली डोज .5 एमएल और दूसरा 1 एमएल की दी गई। अब 84 दिन बाद फिर से सभी के ब्लड सैंपल जांच को भेजेंगे। उसमें देखेंगे कि एंटीबॉडी के बने टाइटर कितने दिन टिके। टाइटर जितने अधिक बढ़ेंगे, वैक्सीन उतनी प्रभावी होगी।
निष्क्रिय वायरस से बनी है वैक्सीन :- आइसीएमआर व एनआइवी पुणे के साथ भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने कोरोना के निष्क्रिय वायरस से वैक्सीन तैयार की है। जानवरों पर ट्रायल सफल रहा है। अब पहले और दूसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है।