वेबली एंड स्कॉट कंपनी के सह मालिक जॉन ब्राइट ने कहाकि, नई यूनिट में हम पिस्तौल, एयरगन, शॉटगन और गोला-बारूद का निर्माण करेंगे। भारत में हमने विशाल बाजार की संभावनाओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य में निवेश करने का फैसला किया है। जॉन ब्राइट ने आगे जानकारी दी कि, वर्ष 2019 में भारत में हथियारों के निर्माण का लाइसेंस मिला। पहले चरण में 1899 के मार्क IV.32 पिस्तौल के मूल डिजाइन का उपयोग भारतीय बाजार की मांग को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
सियाल मैन्युफैक्चरर्स के पास हैं पूरे भारत का डिस्ट्रीब्यूशन :- डब्ल्यू एंड एस के उत्पादों का पूरे भारत में डिस्ट्रीब्यूशन सियाल मैन्युफैक्चरर्स को सौंपा गया है। सियोल मैनुफैक्चर्स के जोगिंदर पाल सिंह सियोल ने कहाकि, केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से प्रोजेक्ट अंतिम रूप लेने वाला है। .32 बोर रिवॉल्वर की कीमत 1.6 लाख रुपए होगी।
15 देशों में उत्पादन :- डब्ल्यू एंड एस कंपनी ने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र देशों की सेनाओं को हथियारों से लैस किया था। डब्ल्यू एंड एस कंपनी की भारत में बनी .32 बोर की रिवॉल्वर की कीमत 1.6 लाख रुपए, .32 बोर ऑटो पिस्टल की कीमत 2.5 से 3 लाख, टॉमहॉक स्प्रिंग पॉवर्ड एयर राइफल की कीमत 10 से 15 हजार रुपए और पंप एक्शन शॉटगन की कीमत 50 से 60 हजार रुपए होगी। वेब्ले एंड स्कॉट 15 देशों के लिए हथियारों का उत्पादन करती है।