यूपी में करना है राज तो ब्राह्मण वोट नहीं कर सकते नजर अंदाज योगी से मिले नितिन :- जितिन प्रसाद ने दिल्ली दौरे पर आए सीएम योगी से गुरुवार रात मुलाकात की थी। भाजपा में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद की योगी से ये पहली मुलाकात थी। हालांकि, जितिन प्रसाद का कहना है कि वह भाजपा में किसी पद विशेष के लिए नहीं शामिल हुए हैं। जबकि, भाजपा का मानना है कि जितिन के शामिल होने से उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ ब्राह्मणों की नाराजगी कुछ कम होगी। जितिन प्रसाद भी खुद को कांग्रेस के ब्राह्मण चेहरे के तौर पर पेश करके इस नाराजगी को भुनाने की कोशिश करते रहे हैं।
एक साल से उठा रहे ब्राह़मणों का मुद्दा :- अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ के अध्यक्ष असीम पांडे का कहना है कि भाजपा जल्द ही जितिन को कोई महत्वपूर्ण पद देगी। जितिन प्रसाद ने जुलाई 2020 में ब्राह्मणों के अधिकारों की लड़ाई के लिए ब्राह्मण चेतना परिषद का गठन किया था। इसके बाद अक्टूबर 2020 में उन्होंने ब्राह्मण चेतना परिषद के तहत हर जिले में टी-20 टीम बनाने के अपने फैसले की घोषणा की थी ताकि कानूनी लड़ाई लड़ रहे इस समुदाय के लोगों की मदद की जा सके। ब्राह्मण चेतना परिषद के राष्ट्रीय सचिव रंजन दीक्षित का कहना है कि संगठन अपना काम करता रहेगा। हम ब्राह्मणों से जुड़े मुद्दों पर आवाज उठाते रहेंगे।
यूपी में ब्राह्मण वोटबैंक :- यूपी की कुल आबादी का लगभग 12 प्रतिशत ब्राह्मण हैं और कई विधानसभा क्षेत्रों में ब्राह्मणों का वोट शेयर 20 प्रतिशत से अधिक है।