काशी महाकाल एक्सप्रेस में भगवान शिव के लिए भी आरक्षित है एक सीटबोगी नंबर-5, सीट नंबर-64 महादेव के लिए रिजर्वहर डिब्बे में बजता है ओम नम: शिवाय का मंत्र, होता धार्मिक यात्रा का अहसाससाधु-संतों ने किया स्वागत, ओवैसी की ट्वीट पर नाराजगी
लखनऊ. काशी महाकाल एक्सप्रेस का बोगी नंबर-5, सीट नंबर-64 भगवान महादेव के लिए आरक्षित हो गया है। इस खबर के बाद सीट नंबर-64 चर्चाओं में आ गया। एआइएमआइएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने तीन ट्वीट कर काशी महाकाल एक्सप्रेस में भगवान की पूजा करने की तस्वीरों को शेयर किया। और नाराजगी जताते हुए ओवैसी ने अपने एक ट्वीट के साथ संविधान के अंश का एक हिस्सा जोड़ा है और पीएमओ को इंगित करते हुए पोस्ट जारी की है। इसके बाद रेलवे ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि यह अस्थाई व्यवस्था सिर्फ ट्रेन के उद्घाटन के समय के लिए ही था। साधु-संतों ने ओवैसी की ट्वीट पर नाराजगी जताई। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा कि ट्रेन में एक सीट छोड़ने का फैसला बिल्कुल उचित और स्वागतयोग्य कदम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को वाराणसी दौरे पर थे, इसी दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा कराने वाली ट्रेन काशी महाकाल एक्सप्रेस को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना की। इस ट्रेन में एक सीट भगवान महादेव के लिए रिजर्व कर दी गई थी। काशी महाकाल एक्सप्रेस दो उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के तीन ज्योतिर्लिंगों इंदौर ओंकारेश्वर, उज्जैन महाकालेश्वर और वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन की सुविधा के लिए चलाई गई।
उत्तरी रेलवे प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया था कि कोच संख्या बी-5 की सीट संख्या 64 भगवान के लिए खाली की गई है। ऐसा पहली बार हुआ है जब एक सीट भगवान शिव के लिए आरक्षित और खाली रखी गई है। सीट पर एक मंदिर भी बनाया गया है ताकि लोग इस बात से अवगत हों कि यह सीट मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल के लिए है।
इसी बाद मामले ने तूल पकड़ा, एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने काशी-महाकाल एक्सप्रेस के कोच संख्या पांच की सीट नंबर 64 पर आपत्ति जताई। ओवैसी ने अपने ट्वीट के साथ संविधान के अंश का एक हिस्सा भी जोड़ा और पीएमओ को इंगित करते हुए पोस्ट जारी की है।
आईआरसीटीसी की सफाई :- काशी महाकाल एक्सप्रेस में भगवान शिव के लिए आरक्षित एक सीट पर शुरू हुए विवाद के बीच आईआरसीटीसी ने सफाई दी है। आईआरसीटीसी ने कहा है कि ट्रेन में कोई भी सीट श्री महाकाल के लिए आरक्षित नहीं होने जा रही है। पूरे मामले पर सफाई देते हुए आईआरसीटीसी ने कहा कि काशी महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन के स्टाफ ने पूजा और भगवान के आशीर्वाद के लिए ट्रेन की एक सीट पर श्रीमहाकाल की तस्वीरें रख दी थीं। यह सिर्फ ट्रेन के उद्घाटन के समय के लिए ही था।
ओवैसी के ट्वीट से साधु-संत नाराज :- एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी के ट्वीट पर साधु-संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़ा एतराज जताया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने महाकाल एक्सप्रेस को लेकर पीएम का आभार जताया है। और कहा कि ट्रेन में एक सीट छोड़ने का फैसला बिल्कुल उचित और स्वागतयोग्य कदम है। ओवैसी का काम ही विरोध करना है, इसलिए उनके विरोध को गम्भीरता से नहीं लेना चाहिए। योगगुरु स्वामी आनन्द गिरी ने एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी को कलयुग का शिशुपाल बताया।