उन्होंने कहा है कि कोविड 19 के प्रकोप से पूरी दुनिया ग्रस्त है। प्रत्येक दिन लाखों लोग इस महामारी से संक्रमित और हजारों लोग बेमौत मारे जा रहे हैं। देश के नागरिक होने के नाते राष्ट्रहित में यदि वायरस कोविड – 19 महामारी की वैक्सीन परीक्षण व शोध के लिए मानव शरीर की आवश्यकता पड़ती है, तो वह खुद को समर्पित करने के लिए तैयार हैं। पत्र के अंत में उन्होंने लिखा है कि ‘देह शिवा बर मोहे ईहे, शुभ करमन ते कभुं न टरूँ’।
हरकीत ने बताया कि यह सत्य है कि भारत समेत कई देशों इस बीमारी के इलाज के लिए लगातार शोध जारी हैं। इस कार्य में सहयोग के लिए मैं अपना एक छोटा सा योगदान देना चाहता हूँ। कोरोना भविष्य में पूरे विश्व में कितने घर तबाह करेगा इसका कोई अंदाजा लगा पाना मुश्किल है।