किसान व केन्द्र सरकार वार्ता फिर नाकाम होना चिन्ता की बात : मायावती
नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की मांग को स्वीकार करके समस्या का शीघ्र समाधान करे भाजपा सरकार : मायावती

लखनऊ. नए कृषि कानूनों को लेकर शुक्रवार को किसान नेताओं संग सरकार की वार्ता एक बार फिर बेनतीजा रही। 15 जनवरी को अगली वार्ता होगी। किसानों के हित को लेकर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने भाजपा सरकार से गुजारिश की है कि, नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की मांग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करे।
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को अपने टि्वटर के जरिए भाजपा सरकार को किसान आंदोलन का आईना दिखते हुए लिखा कि, काफी समय से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलन कर रहे किसानों व केन्द्र सरकार के बीच वार्ता कल एक बार फिर से नाकाम रही, जो अति-चिन्ता की बात है। केन्द्र से पुनः अनुरोध है कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की माँग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करे।
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इससे पहले शुक्रवार को पेट्रोल व डीजल पर मायावती चिंता जाहिर करते हुए कहाकि, देश में खासकर पेट्रोल व डीजल की कीमत जिस मनमाने ढंग से लगातार बढ़ाई जा रही है वह अति-चिन्ताजनक स्थिति पैदा कर रही है। कोरोना महामारी से जुझ रही देश की जनता व यहाँ की बदहाल अर्थव्यवस्था को थोड़ा संभालने के लिए तेल की कीमतों को यदि नियंत्रित व कम रखा जाए तो बेहतर।
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