ये हैं सबसे धनी प्रत्याशी
मीरा वर्धन – सपा – 18.98 करोड़
संयुक्ता भाटिया – भाजपा – 8.69 करोड़
डॉ शुष्मा सिंह – निर्दल – 3.07 करोड़
साधना सिंह – निर्दल – 2.76 करोड़
बुलबुल गोदियाल – 2.46 करोड़
मीरा वर्धन – सपा – 18.98 करोड़
संयुक्ता भाटिया – भाजपा – 8.69 करोड़
डॉ शुष्मा सिंह – निर्दल – 3.07 करोड़
साधना सिंह – निर्दल – 2.76 करोड़
बुलबुल गोदियाल – 2.46 करोड़
अधिकतर उम्मीदवारों की उम्र 41 से 50 साल के बीच
महापौर पद के लिए 26 प्रतिशत (5) उम्मीदवार की आयु 31 से 40 साल के बीच है। जबकि 63 प्रतिशत (12) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष दिखाई है। 11 प्रतिशत (2) उम्मीदवारों की आयु 61 से 70 के बीच है।
महापौर पद के लिए 26 प्रतिशत (5) उम्मीदवार की आयु 31 से 40 साल के बीच है। जबकि 63 प्रतिशत (12) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष दिखाई है। 11 प्रतिशत (2) उम्मीदवारों की आयु 61 से 70 के बीच है।
पढ़े लिखे उम्मीदवार मैदान में
21 प्रतिशत (4) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 8 वीं और 12 वीं के बीच बताई है जबकि 58 प्रतिशत (11) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है। 16 प्रतिशत (3) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डॉक्टरेट जबकि एक उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता नहीं दर्शाया है।
21 प्रतिशत (4) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 8 वीं और 12 वीं के बीच बताई है जबकि 58 प्रतिशत (11) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है। 16 प्रतिशत (3) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डॉक्टरेट जबकि एक उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता नहीं दर्शाया है।
किसी पर नहीं दर्ज आपराधिक मामला
इस आकलन में खास बात ये रही कि इनमें से कोई भी उम्मीदवार महापौर बने, राजधानी को साफ छवि की महिला मेयर ही मिलेगी। दरअसल इन उम्मीदवारों में से किसी भी उम्मीदवार पर कोई भी क्रिमिनल केस नहीं दर्ज है ।
इस आकलन में खास बात ये रही कि इनमें से कोई भी उम्मीदवार महापौर बने, राजधानी को साफ छवि की महिला मेयर ही मिलेगी। दरअसल इन उम्मीदवारों में से किसी भी उम्मीदवार पर कोई भी क्रिमिनल केस नहीं दर्ज है ।
एडीआर यू.पी. के अनिल शर्मा ने बताया कि एडीआर की ओर से ‘मेरा वोट मेरा शहर’ कैंपेन चलाया जाएगा। इस दौरान गली-गली जाकर लोगों को चुनाव के प्रति जागरुक किया जाएगा। उनको बताया जाएगा कि अधिक गाड़ियां या अधिक खर्च जैसी शिकायतों के लिए जनता एडीआर या प्रशासन से संपर्क कर सकते हैं। हर दिन 5 वर्ड में 20 लोग भेजे जाएंगे जो नुक्कड़ नाटक कर जागरूकता फैलाएंगे ।