सिंगार नगर मेट्रो स्टेशन पर सिक्यॉरिटी गार्ड कपिल देव को प्लेटफ़ॉर्म नंबर 2 पर एक 5 साल का बच्चा मिला। बिना किसी विलंब के गार्ड ने स्टेशन कंट्रोलर श्री गोविन्द कुशवाहा को इस बात की जानकारी दी। स्टेशन कंट्रोलर ने आलमबाग़ मेट्रो स्टेशन के स्टेशन कंट्रोलर को इस घटना से अवगत कराया। मेट्रो स्टाफ़ की तत्परता की बदौलत सिर्फ़ आधे घंटे के भीतर ही बच्चे को उसके माता-पिता मिला दिया गया। बच्चे के पिता विनोद सिंह देवरिया के रहने वाले हैं। अपने बच्चे से मिलने के बाद उन्होंने लखनऊ मेट्रो का तह-ए-दिल से शुक्रिया अदा किया।
मेट्रो स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों और सुरक्षा गार्ड्स की तैनाती की व्यवस्था इतनी दुरुस्त है कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या सामान मेट्रो स्टाफ़ की नज़र से बच नहीं सकता। हाल ही में सुबह 11 बजे करीब आलमबाग़ बस स्टैंड मेट्रो स्टेशन के नीचे सिक्यॉरिटी गार्ड को एक गत्ते की पेटी संदिग्ध हालात में मिली। गार्ड ने बिना देर किए ड्यूटी पर तैनात उप-निरीक्षक पुष्पेन्द्र और स्टेशन कंट्रोलर जगदीश चन्द्र को सूचना दी। दोपहर 12 बजे के करीब बीटीएस टीम आई और कार्टून की तफ़्तीश की। जांच के पता चला कि गत्ते में रोडवेज़ की टिकट काटने वाली मशीन है, जिसे बाद रोडवेज़ डिपो सुपरवाइज़र के हवाले कर दिया गया।
इसके अलावा, पिछले 1 अगस्त से 15 अगस्त के बीच, कृष्णानगर मेट्रो स्टेशन से एक ओपो मोबाइल फोन, चारबाग़ मेट्रो स्टेशन से एक लेडीज़ पर्स, ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन से एक बैग, बरामद हुए, जिन्हें तफ़्तीश के बाद संबंधित व्यक्ति की आईडी प्रमाणित कर, उन्हें सौंप दिया गया। पिछले कुछ समय में लगातार ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें मेट्रो यात्री ट्रेन, परिसर या फिर उसके आस-पास अपना सामान भूल गए और मेट्रो स्टाफ़ द्वारा सूचना मिलने के बाद उन्होंने स्टेशन से अपना सामान वापस ले लिया। ये सभी मात्र घटनाएं नहीं हैं, बल्कि उदाहरण हैं कि यात्रियों की सुविधा और उनकी जान-माल की सुरक्षा को एलएमआरसी के लिए सर्वोपरि है।